Mumbai Dongri Building Collapse Updates: भारी बारिश के चलते मुंबई के डोंगरी इलाके में बड़ा हादसा हो गया है। यहां 4 मंजिला इमारत ढह गई है। सूत्रों के मुताबिक, मलबे में 50 से ज्यादा लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। हादसे की सूचना मिलते ही राहत व बचाव दल मौके पर पहुंच गया। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, इस हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई है। इस दौरान ढहने वाली इमारत के बगल वाली बिल्डिंग भी हिलने की बात सामने आई, जिसके बाद लोग बिल्डिंग छोड़कर भागने लगे। इलाके में दहशत का माहौल है।
काफी पुरानी इमारत थी: जानकारी के मुताबिक, यह हादसा मुंबई के डोंगरी इलाके में स्थित केसरबाई बिल्डिंग में हुआ। यह इमारत काफी पुरानी थी और बहुत जर्जर हो चुकी थी। सीएम फडणवीस का कहना है कि इस हादसे की जांच कराई जाएगी। साथ ही, दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

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पीएम मोदी ने मुंबई के डोंगरी इलाके में हुए हादसे में दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट किया कि जिन लोगों ने इस हादसे में जान गंवाई है, उनके परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि घायल लोग जल्द ठीक हो जाएंगे।
मुंबई के डोंगरी में 4 मंजिला इमारत सुबह करीब 11:40 बजे ढही थी। इस हादसे को करीब 2 घंटे बीत चुके हैं, लेकिन एनडीआरएफ की टीम अब तक मौके पर नहीं पहुंची है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने डोंगरी में इमारत ढहने की घटना दुख जताया है। उन्होंने बताया कि इस इमारत के पुनर्निर्माण को मंजूरी दे दी गई थी, लेकिन यह नहीं किया गया। मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुंबई के डोंगरी इलाके मेंं 4 मंजिला इमारत ढहने के बाद आसपास की बिल्डिंग खाली करा ली गई हैं। फायर ब्रिगेड व मुंबई पुलिस बचाव कार्य में जुटी हुई है। बता दें कि मलबे में 40-50 लोगों के दबे होने की आशंका है।
बता दें कि मलबे से अब तक 2 लोगों को निकाल लिया गया है। इनमें 4-5 साल का एक बच्चा है, जो सुरक्षित है। वहीं, दूसरे व्यक्ति की हालत गंभीर है। उसे अस्पताल भेज दिया गया है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस हादसे के बाद प्रशासन से कोई मदद नहीं मिल रही है। लोगों को अपने स्तर पर बचाने का प्रयास किया जा रहा है।
मुंबई के डोंगरी इलाके में 4 मंजिला इमारत ढहने से पूरी गली में मलबा फैल गया है। ऐसे में इलाके में करीब 3 किलोमीटर तक लंबा जाम लग गया है।
बता दें कि यह हादसा मंगलवार सुबह करीब 11:40 बजे हुआ। करीब डेढ़ घंटे बाद भी एनडीआरएफ की टीम मौके पर नहीं पहुंच पाई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह बिल्डिंग काफी पुरानी थी, लेकिन जर्जर नहीं थी। इसे देखकर लगता ही नहीं था कि बिल्डिंग गिर जाएगी। पता नहीं यह हादसा कैसे हो गया?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीएमसी महानगर में मौजूद खतरनाक इमारतों की सूची बनाती है। इस इमारत का नाम उस लिस्ट में नहीं था।
बताया जा रहा है कि डोंगरी की गलियां काफी संकरी हैं। ऐसे में लोग मानव श्रृंखला बनाकर मलबा निकाल रहे हैं। वहीं, मलबे से निकलने वाले लोगों को भी मानव श्रृंखला बनाकर निकाला जा रहा है।
लोगों का कहना है कि इस इमारत में 10 परिवार रहते हैं। हादसे के वक्त अधिकतर पुरुष अपने काम पर गए हुए थे। वहीं, इमारत में अधिकतर महिलाएं व बच्चे मौजूद थे, जो मलबे में दबे हुए हैं।
बताया जा रहा है कि मंगलवार होने के चलते बड़ा हादसा टल गया। जानकारों का कहना है कि सोमवार होने की वजह से अधिकतर लोग अपने ऑफिस आदि गए हुए हैं। ऐसे में कम लोगों के मलबे के नीचे दबे होने की बात कही जा रही है।
पुलिस व फायर ब्रिगेड की टीम मलबे में दबे लोगों को निकालने में जुटी हुई है। इस दौरान स्थानीय लोग उनकी काफी मदद कर रहे हैं।
4 मंजिला इमारत के मलबे से सबसे पहले एक बच्चे को निकाला गया है। यह 4-5 साल का बच्चा है, जिसे मामूली चोटें लगी हैं। पुलिस व स्थानीय लोगों ने बच्चे को गोद में लेकर बाहर निकाला।
सूत्रों का कहना है कि एनडीआरएफ की टीम करीब 30 मिनट पहुंच पाएगी। इसकी वजह भारी बारिश के कारण जगह-जगह लगा जाम बताया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि यह इमारत सीधी गिरी, जिससे आसपास की बिल्डिंग को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। हालांकि, इस स्थिति में मलबा काफी ज्यादा बिखर गया है, जिससे बचाव कार्य में दिक्कत हो रही है।
बता दें कि डोंगरी इलाका काफी तंग गलियों में बसा हुआ है। ऐसे में राहत व बचाव कार्य में काफी दिक्कत हो रही है।