समलैंगिक होने के कारण कथित भेदभाव से दुखी मुंबई के 19 वर्षीय एक युवक ने तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में खुदकुशी कर ली। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक वह चेन्नई में समुद्र में कूद गया। घटना मंगलवार (9 जुलाई) की बताई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खुदकुशी से पहले अविंशु पटेल ने फेसबुक पर हिन्दी और अंग्रेजी में की गईं दो पोस्ट्स में यह भी कहा कि खुदकुशी के फैसले के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है।
‘मेरा तौर-तरीका भारतीयों को पसंद नहीं आता’: उसने 2 जुलाई को हिन्दी में किए पोस्ट में कहा, ‘मैं एक लड़का हूं, सभी यह जानते हैं। लेकिन मैं जिस तरह से चलता हूं, सोचता हूं, भाव व्यक्त करता हूं, बात करता हूं, वह लड़की की तरह है। भारत के लोगों को यह पसंद नहीं आता है।’ वहीं अंग्रेजी पोस्ट में उसने कहा, ‘मुझे उन अन्य देशों पर गर्व है जो समलैंगिक लोगों और ट्रांसजेंडरों को सम्मान देते हैं। मुझे अपने सहयोगी भारतीयों पर भी गर्व है।’
‘यह मेरी नहीं भगवान की गलती’: एक स्पा में काम करने वाले पटेल ने लिखा, ‘यह मेरी गलती नहीं है कि मैं समलैंगिक हूं। यह भगवान की गलती है। मुझे अपनी जिंदगी से नफरत है।’ पुलिस ने कहा कि स्थानीय लोगों ने 3 जुलाई को पुलिस को जानकारी दी थी कि यहां इनजामबक्कम में समुद्र तट पर किसी का शव पड़ा है।
अविंशु पटेल के आत्मघाती कदम ने देश की सामाजिक व्यवस्था पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। कानून की नजरों में भले ही समलैंगिकता अपराध न रही हो लेकिन अभी भी यह वर्ग मोटे तौर पर खुद को समाज से अलग महसूस करता है।
