मुंबई पुलिस ने मंगलवार (2 अप्रैल) की अल-सुबह कथित तौर पर पुलिस पर हमला करने वाली चार में से तीन युवतियों को गिरफ्तार किया। युवतियों पर आरोप है कि वे शराब के नशे में धुत होकर आपस में झगड़ा कर रही थी। उनकी हरकतों से जमघट लगने पर पुलिस गश्ती की गाड़ी मौके पर पहुंची। शांत कराने पर युवतियों अपशब्द कहकर पुलिस पर हमला कर दिया। इस पर गश्ती में शामिल महिला अधिकारी को युवतियों पर बलप्रयोग करना पड़ा। घटना के वक्त भीड़ में से कुछ लोगों ने मोबाइल फोन से वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल डाल दिया। टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक मामला भायंदर इलाके का है। पुलिस ने ममता मेहर (25), अलीसा पिल्लई (23), कमल श्रीवास्तव (22) और जेस्सी डीकोस्टा (22) के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 353 (सरकारी कर्मचारी को कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल प्रयोग करना), 332 (स्वेच्छा से सरकारी कर्मचारी को कर्तव्य से रोकने के लिए चोट पहुंचाना) और 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) के तहत मामला दर्ज कर लिया।
फरार डीकोस्टा को पुलिस तलाश रही है। पुलिस के मुताबिक चिकिस्ता जांच में पुष्टि हुई है कि आरोपी युवतियां शराब के नशे में थीं। डीकोस्टा नालासोपारा और बाकी तीन युवतियां मीरा रोड की रहने वाली हैं। पुलिस के मुताबिक मीरा रोड में पार्टी में कई राउंड शराब पीने के बाद युवतियां कुछ और शराब की जुगाड़ के लिए 2 बजे के करीब भायंदर के मेक्सस मॉल के करीब शहीद भगत सिंह खेल के मैदान पर पहुंची थीं। वहां युवतियों में कहासुनी हो गई जिससे चारों ओर भीड़ इकट्ठा हो गई। पुलिस गश्ती की गाड़ी मौके पर पहुंची।
गश्ती में शामिल महिला पुलिस अधिकारी असिस्टेंट इंस्पेक्टर मनीषा पाटिल ने झगड़ रही युवतियों को शांत कराने की कोशिश की। इस पर युवतियां अपशब्द कहने लगीं और गश्ती दल पर हमला कर दिया। युवतियों पर आरोप है कि उन्होंने पुलिस की लाठी छीनने और एक पुलिसवाले वाले के शर्ट के बटन और बिल्ले को झटका। युवतियों ने महिला पुलिस अधिकारी की लाठी खींची। इस पर महिला पुलिस अधिकारी ने युवतियों पर लाठी बरसाई। जल्द ही पुलिस ने कॉल सेंटर में काम करने वाली मेहर, पिल्लई और श्रीवास्तव को पुलिस ने गाड़ी में ठूंसा लेकिन डीकोस्टा फरार हो गई।