शहर के सबसे व्यस्त वाणिज्यिक सेक्टर- 18 में बन रही बहुमंजिला कार पार्किंग को 1 जनवरी, 2018 से शुरू करने की तैयारी है। पार्किंग में मोटरसाइकिल और कार, दोनों के तय किराए की सूची भी प्राधिकरण ने तैयार कर ली है। दो स्तर की भूमिगत और 7 मंजिला ऊंची पार्किंग में कारों को टकराने से रोकने के लिए आइआर सेंसर का इस्तेमाल किया जाएगा। ताकि कार खड़ी करने, आगे-पीछे करने के दौरान वह किसी अन्य कार से ना टकरा जाए। उल्लेखनीय है कि सेक्टर- 18 में पार्किंग सबसे बड़ी दिक्कत की वजह है। समूचे सेक्टर की सड़कों पर कार और मोटर साइकिल खड़ी होने से वाहनों के चलने लायक जगह नहीं रहती है। पार्किंग की समस्या के समाधान के लिए सेक्टर- 18 की मार्केट असोसिएशन लंबे समय से इसका हल तलाश रही थी। करीब साढ़े चार साल पहले प्राधिकरण ने सेक्टर में बहुमंजिला पार्किंग बनानी शुरू की थी।
सात बार बढ़ाई जा चुकी है पार्किंग शुरू करने की समय सीमा
बहुमंजिला पार्किंग का काम पूरा होने की समयसीमा 7 बार बढ़ाई जा चुकी है। अलबत्ता इस मर्तबा 1 जनवरी को पार्किंग शुरू कर शहरवासियों को नए साल का तोहफा देने का ऐलान किया है। पार्किंग में करीब 4 हजार कारें खड़ी हो सकेंगी। शहर में बहुमंजिला पार्किंग का निर्माण कार्य 22 जुलाई 2013 को शुरू हुआ था। 21 जुलाई 2015 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। लक्ष्य से ढ़ाई साल ज्यादा समय बीतने के बाद पार्किंग का निर्माण कार्य तकरीबन पूरा हुआ है। जिसके चलते जनवरी से इसे शुरू करने का दावा किया गया है। ढाई साल के दौरान प्राधिकर अधिकारियों ने 7 बार काम पूरा होने और पार्किंग शुरू करने की तारीखें घोषित की थी। जिन्हें हर बार बढ़ाना पड़ा था।
निर्माण कार्य पूरा होने के साथ खड़ी होने वाली कार और मोटरसाइकिल के किराए को भी तय किया गया है। कार के लिए पहले दो घंटे के लिए 30 रुपए और फिर प्रति घंटा 10 रुपए अतिरिक्त शुल्क देना होगा। जबकि मोटरसाइकिल के लिए पहले दो घंटे के लिए 10 रुपए और उसके बाद प्रत्येक एक घंटे के लिए 5 रुपए अतिरिक्त शुल्क तय किया गया है। बहुमंजिला पार्किंग के चालू होने के बाद समूचे सेक्टर- 18 को पार्किंग रहित क्षेत्र (नो पार्किंग जोन) में तब्दील करने का दावा किया गया है। तब सड़क के किनारे चलने वाली पार्किंग पूरी तरह से बंद हो जाएंगी।
अधिकारियों के मुताबिक बहुमंजिला पार्किंग में कारों को वर्गों में खड़ा किया जाएगा। कार ऊपर चढ़ाने और उतारने के लिए लिफ्ट का इस्तेमाल होगा। प्रत्येक वर्ग में आइआर सेंसर लगाए जा रहे हैं। ये सेंसर पार्किंग में कार को पीछा करने के दौरान दूसरी कार में टकराने से बचाएगी। आइआर सेंसर लगा होने पर कार यदि पीछे खड़ी कार के बहुत नजदीक पहुंचेगी, तो आॅटोमैटिक (स्वत:) अलार्म बज जाएगा। जिससे कार पीछे खड़ी कार से टकराने से बच जाएगी।