बिहार में निषादों के हक की लड़ाई लड़ रहे निषाद विकास संघ की मंगलवार को पटना में हुई बैठक में आरक्षण की मांग को लेकर 10 मार्च को राज्यव्यापी महाधरना कार्यक्रम का आयोजन करने का निर्णय लिया गया। संघ के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने बैठक के बाद कहा कि निषाद समाज को आरक्षण दिलाने का हमारा मुख्य लक्ष्य है। संघ के अध्यक्ष और ‘सन ऑफ मल्लाह’ के नाम से चर्चित मुकेश सहनी की अध्यक्षता में संघ कोर कमिटी की पटना में आयोजित इस बैठक में आगामी प्रस्तावित कार्यक्रमों पर विस्तार से चर्चा की गई। निषाद विकास संघ द्वारा आयोजित होने वाले होली मिलन समारोह को मुजफ्फरपुर सड़क हादसे के कारण स्थगित करने का भी बैठक निर्णय लिया गया।
बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सहनी ने कहा कि आगामी 10 मार्च को आरक्षण के लिए राज्यव्यापी महाधरना के लिए सम्पूर्ण बिहार का निषाद पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा, “जून 2018 तक हर हाल में बिहार में निषाद समाज को आरक्षण दिलाना संघ का लक्ष्य है। ऐसा नहीं होने की स्थिति में संघ अपनी राजनीतिक पार्टी की घोषणा करेगी तथा राज्य में क्रमबद्ध आंदोलन चलाएगी।”
उन्होंने कहा कि संघ निषाद समाज को हक व अधिकार दिलाने की लड़ाई में सफलता प्राप्त करने के अत्यंत नजदीक है। संघ की लड़ाई और समाज की एकजुटता का नतीजा है कि आज सभी दलों द्वारा निषादों को प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि संघ के आगामी कार्यक्रमों से बिहार के राजनीतिक गलियारों में हलचल मच जाएगी। बैठक में संघ के संगठन विस्तार के सभी पहलुओं पर चर्चा की गई। बैठक में संघ द्वारा 2018 के प्रथम छह महीनों में महत्वपूर्ण कार्यक्रमों की रूपरेखा पर भी विचार किया गया।
सहनी ने कहा, “हमारी आगामी रणनीति हर तरह से निषादों के हित में है, जो उनकी तरक्की का मार्ग प्रशस्त करेगी।” बैठक में संघ के उपाध्यक्ष डॉ. राजभूषण चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष अशोक कुमार चौहान, प्रदेश युवा अध्यक्ष गौतम बिंद, प्रदेश महिलाध्यक्ष निर्मला सहनी, संघ के निदेशक शिवबचन प्रसाद नोनिया, प्रदेश उपाध्यक्ष मदन मोहन निशाद, प्रधान महासचिव छोटे सहनी संघ के सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
