मध्य प्रदेश के दमोह में धान खरीदी में आ रही समस्याओं को लेकर किसानों ने जमकर प्रदर्शन किया है। हटा और समन्ना खरीदी केंद्रों में परेशान किसान सड़क पर उतर आए और रोड जाम कर दी। किसानों ने बताया कि हमारा धान पिछले 20 दिनों से खरीद केंद्रों में पड़ा है लेकिन किसी का भी इस ओर ध्यान नहीं जा रहा है। उनका कहना है कि हमारे भूखे मरने तक की नौबत आ गई है लेकिन प्रदेश सरकार कोई सुनवाई नहीं कर रही है। मामले में भारतीय किसान संघ ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन देकर मांग की है कि जिले की कई समितियों में किसानों की धान रखी है, जिसकी तौल नहीं की गई, उसकी तत्काल तौल कराई जाए।
दरअसल, सहकारी समिति केंद्रों में धान व उड़द की खरीदी चल रही है। इस दौरान किसानों ने आरोप लगाया है कि समिति प्रबंधकों और सर्वेयरों की मनमर्जी से धान और उड़द खरीदी का सिस्टम बिगड़ गया है। आरोप है कि समिति प्रबंधकों ने फर्जी पंजीयन करके बड़े व्यापारियों का माल खपाने के लिए उन्हें पहले वारदाना उपलब्ध करा दिया जबकि किसानों का माल खरीदने के लिए उन्हें बाद में बारदाना दिया गया। ऐसा होने से किसानों को अब वारदाना नसीब नहीं हो रहा है। जिसके बाद किसानों का गुस्सा फूट पड़ा और सैकड़ों किसानों ने रोड जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस बीच एएनआई के मुताबिक किसान ने कहा, “मेरा धान पिछले 20 दिनों से केंद्र में पड़ा हुआ है। कोई कुछ नहीं कर रहा है, मेरी पत्नी और बच्चे हैं भूखे मर रहें हैं। सरकार हमारी नहीं सुन रही है, आखिर मैं कैसे जिंदा रहूं?”
MP: Farmers in Damoh protest by blocking roads & threaten to go on hunger strike over unsold paddy.A farmer(pic 3) says,"My paddy has been lying at the center for last 20 days.Nobody is doing anything, my wife&kids are starving.Govt isn't listening, how am I supposed to survive?" pic.twitter.com/7dplzXQBc8
— ANI (@ANI) January 24, 2019
बता दें रोड जाम और प्रदर्शन के बीच किसानों ने रोड पर पाइप डालकर यातायात रोक दिया। जिसके बाद करीब 2 घंटे तक वाहनों की लंबी कतारें लग गई। मौके पर एसडीएम नाथूराम सिंह, एसडीओपी कमल कुमार जैन, तहसीलदार ज्योति ठाकुर, थाना टीआई धर्मेंद्र सिंह आदि लोगों ने पहुंचकर किसानों को समझाकर रोड को खाली करवाया। प्रदर्शन के बाद प्रशासन के अधिकारी दिन भर मंडी में मौजूद रहे।