मध्य प्रदेश के दमोह जिले से एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आई है। सावन के पहले दिन शुक्रवार को एक महिला नदी में नहाने गई थी, लेकिन वहां उसको मगरमच्छ खींच ले गया। महिला की लाश 40 किमी दूर से मिली। यह स्नान उसकी जिंदगी का आखिरी स्नान बन गया। प्रशासन ने नदी में स्नान करने से लोगों को मना कर दिया है।

ये हादसा दमोह के कनियाघाट पट्टी गांव में हुआ, जहां 40 साल की मालती बाई नाम की महिला सुबह-सुबह नदी किनारे बैठी हुई थी। ग्रामीणों के मुताबिक, वह सावन के पहले दिन नहाने के लिए आई थी, लेकिन तभी अचानक एक मगरमच्छ आया और मालती को खींचते हुए पानी के अंदर ले गया।

वन विभाग और एसडीआरएफ की टीम ने कई घंटों बाद बॉडी बरामद की

ग्रामीणों ने शोर मचाया और बचाने की कोशिश भी की, लेकिन तब तक मगरमच्छ उसे पानी में ले जा चुका था। यह नजारा इतना भयानक था कि लोग सहम गए। तुरंत ही प्रशासन को सूचना दी गई और फिर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ। वन विभाग और स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (SDRF) की टीम मौके पर पहुंची और कई घंटों की मशक्कत के बाद मगरमच्छ के जबड़े से मालती को छुड़ाया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

महिला की लाश घटनास्थल से करीब 40 किलोमीटर दूर नदी के बहाव की तरफ एसडीआरएफ की टीम को मिली। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। इस घटना के बाद गांव में मातम का माहौल है। सावन जैसे पवित्र महीने की शुरुआत में ऐसा हादसा किसी को भी झकझोर सकता है।

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वन विभाग ने अब नदी के आसपास चेतावनी वाले बोर्ड लगा दिए हैं और लोगों से अपील की है कि वे फिलहाल नदी में न जाएं, क्योंकि मगरमच्छों की संख्या तेजी से बढ़ी है और खतरा बना हुआ है।

दमोह के एसडीएम आर. एल. बागरी ने बताया कि इस इलाके में पहले भी मगरमच्छ देखे जा चुके हैं, इसलिए अब सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं ताकि दोबारा ऐसा कोई हादसा न हो। (PTI input)

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