गुजरात के मोरबी में हुए केबल सस्पेंशन पुल हादसे का वीडियो सामने आया है। सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि युवकों का एक समूह पुल के टूटने से ठीक पहले उसकी मजबूती की जांच करने के लिए उसे जोर से हिला रहा था।
30 सेकेंड का यह वीडियो हादसे से ठीक पहले का है, जिसमें काफी सारे लोग पुल पर खड़े नजर आ रहे हैं और पुल लगातार हिल रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि कैसे पुल चंद सेकेंड में ही टूट गया और इस पर मौजूद लोग जाकर मच्छू नदी में गिर गए। देखें यह वीडियो-
इस हादसे में मरने वालों की संख्या 140 को पार कर गई है। यह पुल हाल ही में फिर से खोला गया था। 6 महीने से बंद पड़े इस पुल पर मरम्मत का काम चल रहा था। रविवार (30 अक्टूबर, 2022) शाम को पर्यटकों की भारी भीड़ पुल पर देखी गई, जिस कारण यह पुल टूट गया क्योंकि इतने सारे लोगों का भर नहीं संभाल सका।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अहमदाबाद निवासी विजय गोस्वामी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वह और उनके परिवार के सदस्य रविवार दोपहर केबल पुल पर गए थे, लेकिन जब भीड़ में से कुछ युवकों ने उसे हिलाना शुरू किया तो डर के मारे वे पुल से आधे रास्ते ही लौट आए। उन्होंने बताया कि उन्हें लगा कि ऐसा करना खतरनाक साबित हो सकता है, इसलिए वे और उनका परिवार पुल पर आगे गए ही नहीं और लौट आए।
गोस्वामी ने कहा कि उन्होंने पुल हिलाए जाने की जानकारी पुल के कर्मचारियों को भी दी थी, लेकिन उन्होंने गोस्वामी की बात को अनदेखा कर दिया। इसके अलावा, पुल के गिरने की मुख्य वजह भारी संख्या में यहां भीड़ का पहुंचना बताया जा रहा है, जबकि पुल की क्षमता सिर्फ 100 लोगों की थी। ऐसा भी बताया जा रहा है कि कल पुल पर जाने के लिए कम से कम 600 टिकट जारी किए गए थे।
पुल के रेनोवेशन की जिम्मेदारी एक निजी समूह ओरेवा को दे गई थी। ऐसे में सरकारी अधिकारियों ने यह भी आरोप लगाया कि पुनर्निर्मित पुल को खोलने से पहले नागरिक अधिकारियों द्वारा फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं दिया गया था।
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने कहा कि राज्य सरकार ने हादसे की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है। सांघवी ने कहा कि पुल ढहने के मामले में धारा 304, 308 और 114 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।