पश्चिम त्रिपुरा जिले में एक आदिवासी लड़की के साथ कथित छेड़छाड़ को लेकर दो समुदायों के बीच हुए संघर्ष में 61 परिवारों के करीब 300 लोगों को घरों से भागना पड़ा और चार घर को आग लगा दी गई। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि छेड़छाड़ करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक, लड़की अपने प्रेमी के साथ नजदीक के इलाके से रानीरबाजार क्षेत्र में गुरुवार को दुर्गा प्रतिमाएं देखने आई थी तभी चार युवकों ने उसके साथ कथित रूप से छेड़छाड़ की और उसका मोबाइल फोन छीन लिया।
अनुमंडलीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) बीबी दास ने बताया कि दोनों अपने इलाके में लौट गए और कुछ देर बाद लोगों के बड़े समूह के साथ लौटे। उन्होंने उन युवकों का घर जलाने की कोशिश की जिन्होंने लड़की के साथ कथित रूप से छेड़छाड़ की थी। संघर्ष शुक्रवार को भी जारी रहा और सूचना पाकर राज्य के मंत्री और इंडीजीनियस पीपल्स फ्रंट त्रिपुरा के नेता एनसी देबबर्मा हालात को शांत कराने पहुंचे।
मामले में पुलिस थाने में दो एफआईआर दर्ज कराई गई है। छेड़छाड़ के आरोपी चार युवकों भी गिरफ्तार कर लिया गया है। ये जानकारी पुलिस के हवाले से हैं। दूसरी तरफ राज्य में विपक्षी सीपीआई (एम) के नेता माणिक सरकार ने मुख्य सचिव एलके गुप्ता से बात कर मामले में संज्ञान लिया है। उन्होंने पीड़ितों को तुरंत राहत सामग्री पहुंचाने की अपील की है। मामले में ज्यादा जानकारी का अभी इंतजार है। (जनसत्ता ऑनलाइन इनपुट सहित)
