असम के जाने-माने गायक जुबीन गर्ग की मौत के मामले में गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों को ले जा रहे काफिले पर बुधवार को लोगों ने पथराव कर दिया। हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद इलाके में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है। पुलिस ने बताया है कि स्थिति अब नियंत्रण में है।
पांचों आरोपियों को बक्सा जिला जेल में ले जाया रहा था क्योंकि गुवाहाटी की अदालत ने इन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला सुनाया था।
इस मामले में गिरफ्तार किए गए पांच लोगों में नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानु महंत, जुबीन गर्ग के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा भी शामिल हैं। इनकी गिरफ्तारी 1 अक्टूबर को हुई थी।
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गिरफ्तार किए गए तीन अन्य आरोपियों में- असम पुलिस के अफसर संदीपन गर्ग और दो प्राइवेट सिक्योरिटी अफसर- नंदेश्वर बोरा और परेश बैश्या भी थे। संदीपन गर्ग की गिरफ्तारी 8 अक्टूबर को जबकि बोरा और बैश्या की गिरफ्तारी 10 अक्टूबर को हुई थी।
एसआईटी ने की थी पूछताछ
गिरफ्तारी के बाद इन सभी को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था और जुबीन की मौत के मामले की जांच के लिए बनाई गई एसआईटी ने इन सभी से पूछताछ की थी। बुधवार को पुलिस हिरासत समाप्त होने के बाद आरोपियों को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया था और अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया था।
असम सरकार ने इन सभी आरोपियों को बक्सा जिला जेल में भेजने का फैसला किया था। जून में ही इस जेल का उद्घाटन हुआ था। यहां पर बाकी कैदी नहीं हैं इसलिए असम सरकार ने इन्हें इस जेल में भेजने का फैसला किया था क्योंकि अदालत ने आरोपियों की सुरक्षा पर चिंता जताई थी।
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स्थानीय लोगों ने किया था प्रदर्शन
असम सरकार के आरोपियों को बक्सा जेल में भेजे जाने के फैसले के खिलाफ स्थानीय लोगों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया था। बड़ी संख्या में लोग जेल के बाहर इकट्ठा हो गए थे। जब आरोपियों के काफिले को बक्सा जेल की ओर ले जाया जा रहा था, तब लोगों ने उनके काफिले का पीछा किया और उन पर पथराव किया।
सिंगापुर में हुई थी मौत
गर्ग की पिछले महीने 19 सितंबर को सिंगापुर में मौत हो गई थी। उस दौरान वह भारत-सिंगापुर के राजनयिक संबंधों के 60 साल पूरे होने के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए सिंगापुर में थे। गर्ग को बेहोशी की हालत में समुद्र से बाहर निकाला गया था और सिंगापुर के अस्पताल में उसी दिन उनकी मौत हो गई थी।
जुबिन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया था कि सिंगर की मौत डूबने के कारण हुई है। उनकी पत्नी गरिमा गर्ग ने मांग की थी कि उनके पति की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा मिलनी चाहिए।
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