2019 Lok Sabha Election से पहले खेमा छोड़ने पकड़े की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मसलन, गुजरात मेें कांग्रेस के दो नेताओं ने कांग्रेस का दामन छोड़ दिया। विधायक जवाहर चावड़ा ने शुक्रवार दोपहर गुजरात विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी को अपना इस्तीफा सौंपा। इसके बाद चावड़ा गांधीनगर स्थित बीजेपी मुख्यालय पहुंचे और पार्टी में शामिल हो गए। वहीं, मोरबी जिले के ध्रांगधरा सीट से विधायक परषोत्तम सबारिया ने शुक्रवार शाम इस्तीफा दिया।
जवाहर चाबड़ा ने मौका देखकर चौका मारा। शनिवार को बीजेपी ने उन्हें गुजरात सरकार में मंत्री बना दिया।विधायक जवाहर चावड़ा गुजरात की राजनीति में अच्छी पकड़ रखते हैं। वह माणावदर सीट पर 1990, 2007, 2012 और 2017 से विधायक रहे हैं। चावड़ा को अन्य पिछड़े वर्ग (ओबीसी) का प्रभावशाली नेता माना जाता है। वह अहीर समुदाय से आते हैं। पार्टी छोड़ने के कारण को लेकर चावड़ा ने कारण स्पष्ट नहीं किया।उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व से किसी तरह की असहमति या मतभेद के चलते पार्टी नहीं छोड़ी है।
सबारिया बोले- मंत्री पद के लालच में नहीं दिया इस्तीफा : विधानसभा अध्यक्ष त्रिवेदी ने बताया, ‘‘ध्रांगधरा सीट से कांग्रेस विधायक परषोत्तम सबारिया ने शुक्रवार शाम अपना इस्तीफा दिया, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। उन्होंने इस्तीफा पत्र में कोई खास वजह नहीं बताई। अब वे गुजरात विधानसभा के सदस्य नहीं रहेंगे।’’ अपने फैसले पर टिप्पणी करते हुए सबारिया ने कहा कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो रहे हैं। यह कदम गुजरात सरकार में कोई मंत्री के लालच में नहीं उठाया गया है।
गौरतलब है कि जुलाई 2018 में कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक कुवंरजी बावलिया ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वे भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री बन गए थे। वहीं, मेहसाणा की ऊंझा सीट से पहली बार विधायक बनीं आशा पटेल भी पिछले महीने कांग्रेस और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया था।