महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के पुणे स्टेडियम पर महाराष्ट्र बैंक का 69 करोड़ रुपए बकाया है। महाराष्ट्र बैंक ने 5 नवंबर को MCA को नोटिस जारी कर बकाए का भुगतान करने का निर्देश दिया है। बैंक के नोटिस में यह भी कहा गया है कि स्टेडियम अथॉरिटीज द्वारा बकाए का भुगतान नहीं किए जाने के कारण बैंक ने प्रतीकात्मक तौर पर स्टेडियम को अपने कब्जे में ले लिया है। बैंक ने यह नोटिस बाकायदा स्थानीय अखबारों में छपवाकर दिया है। हालांकि एमसीए के सचिव रियाज बागवान का कहना है कि इससे क्रिकेट एक्टीविटीज पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
बता दें कि एमसीए के पुणे स्टेडियम की टाइटल स्पॉन्सरशिप सहारा ग्रुप के पास थी, जो कि साल 2012 में खत्म हो गई थी। यह डील 10 साल के लिए 2015 करोड़ रुपए में हुई थी। सहारा ग्रुप को एमसीए को डील से पहले 84 करोड़ रुपए का भुगतान करना था। लेकिन इस डील के बीच में ही खत्म हो जाने के बाद एमसीए की इन्कम को तगड़ा झटका लगा था। यही वजह है कि स्टेडियम द्वारा बैंक के बकाए का भुगतान नहीं किया गया। द हिंदू के साथ बातचीत में रियाज बागवान ने बताया कि स्टेडियम पर होने वाले महाराष्ट्र के रणजी मैचों और ट्रेनिंग सेशन पर इसका कोई असर नहीं होगा। लोकसत्ता अखबार में छपे बैंक नोटिफिकेशन के अनुसार, बकाए का भुगतान ना होने के चलते बैंक के पास स्टेडियम पर कब्जा करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है।
Bank of Maharashtra published a public notice on November 5 asking MCA Cricket Stadium, Pune for repayment of loan of Rs.69.5 Crore. The notice also mentions that the bank has taken symbolic possession of the stadium following non-payment of the loan by stadium authorities.
— ANI (@ANI) November 6, 2018
बैंक नोटिस में आम जनता को आगाह किया गया है कि वह एमसीए के साथ कोई ट्रांजैक्शन ना करें। खबर के अनुसार, एमसीए ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र को भारत वेस्टइंडीज के बीच हुए मैच तक स्टेडियम पर कब्जा ना करने की अपील की थी। रियाज बागवान ने कहा कि वह सीओए से बैंक पेमेंट के लिए फंड जारी करने की अपील करेंगे। हालांकि पिछले तीन महीने से इस संबंध में सीओए ने अभी तक कोई फंड जारी नहीं किया है।