चंडीगढ़ मेयर चुनाव (Chandigarh mayor polls) में एक बार फिर मुकाबला बीजेपी बनाम आप (BJP vs AAP) होने वाला है। बता दें कि मेयर का कार्यकाल एक साल का होता है। चंडीगढ़ नगर निगम में 35 सदस्य हैं, जिसमे आप और भाजपा दोनों के पास 14-14 पार्षद हैं। कांग्रेस (Congress) के छह और शिरोमणि अकाली दल (SAD) का एक पार्षद हैं। मेयर की सीट इस बार सामान्य कैटगरी से है।
Chandigarh में मेयर पद के लिए चुनाव
जनवरी के पहले सप्ताह में चंडीगढ़ (Chandigarh) में महापौर, वरिष्ठ उप महापौर और उप महापौर के प्रतिष्ठित पदों के लिए मतदान होता है, जो पार्षदों द्वारा चुने जाते हैं। पिछले साल के निगम चुनावों में AAP को 14 पार्षदों के साथ बहुमत मिला था, जबकि भाजपा को 12 और कांग्रेस को आठ सीटें मिली थीं। कांग्रेस के दो पार्षद बाद में भाजपा में चले गए, जिससे इनकी संख्या 14 हो गई। 35 सदस्यीय नागरिक निकाय में से नौ मनोनीत पार्षद हैं। इन्हें मतदान का अधिकार नहीं है।
सांसद को भी वोटिंग का अधिकार
चंडीगढ़ के सांसद (Chandigarh MP) निगम के पदेन सदस्य होने के नाते मेयर चुनाव में एक वोट डाल सकते हैं। सांसद बीजेपी (BJP MP) से होने के कारण पार्टी को बहुमत मिलने की उम्मीद है। हालांकि AAP बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस से वोट लेने की कोशिश कर रही है।
AAP नेता (विपक्ष के नेता) योगेश ढींगरा (Yogesh Dhingra) ने कहा कि उन्हें अपनी पार्टी की जीत की पूरी उम्मीद है। उन्होंने कहा कि हम अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि भाजपा का अपना मेयर न बने या दो अन्य पदों पर जीत हासिल न करें। AAP में योगेश ढींगरा और पार्षद जसबीर सिंह मेयर पद की दौड़ में सबसे आगे हैं। जबकि भाजपा में महेश इंदर सिद्धू और दलीप सिंह सबसे आगे हैं। वहीं कांग्रेस में गुरप्रीत सिंह सबसे आगे हैं।
2022 में चुनाव के नतीजे आते ही मेयर पद के लिए बीजेपी, आप और कांग्रेस में भिड़ंत हो गई थी। हालांकि भाजपा और AAP के पास 14-14 वोट थे, लेकिन आप के एक वोट को अमान्य घोषित कर दिया गया, जिसके परिणामस्वरूप भाजपा ने मेयर पद जीत लिया था।
दिल्ली में मेयर पद के लिए 6 जनवरी को मतदान
दिल्ली में मेयर पद के लिए 6 जनवरी को मतदान होगा। एमसीडी मेयर पद चुनाव के लिए AAP ने शैली ओबेरॉय (Shelly Oberoi) को उम्मीदवार बनाया है। वहीं भाजपा ने उनके सामने तीन बार की पार्षद रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) को उम्मीदवार बनाया है।