बसपा सुप्रीमो मायावती ने भाजपा शासित राजस्थान की वन-पाल भर्ती परीक्षा में महिला उम्मीदवारों की शारीरिक पैमाइश पुरुषों द्वारा कराए जाने की आलोचना करते हुए गुरुवार को कहा कि सरकारी स्तर पर ऐसी संवेदनहीनता अति निंदनीय है। मायावती ने यहां जारी बयान में कहा, ‘महिला उम्मीदवारों की शारीरिक पैमाइश का काम पुरुषों से कराना सिर्फ आपत्तिजनक ही नहीं, बल्कि महिलाओं का शोषण और उत्पीड़न जैसा है।’
उन्होंने कहा, ‘यह काम ऐसे प्रदेश में हुआ जहां मुख्यमंत्री (वसुंधरा राजे सिंधिया) स्वयं महिला हैं और ऐसी पार्टी (भाजपा) की सरकार है जो हिंदू संस्कृति की रक्षक होने का दावा करती है …. ऐसे में महिला विरोधी यह घटना और भी निंदनीय है और खेदजनक है।’
उत्तर प्रदेश की बिगड़ती कानून-व्यवस्था के बारे में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और पुलिस प्रमुख के घरों के पास और उनकी नाक के नीचे ही अब गंभीर आपराधिक घटनाएं हो रही हैं। यह अत्यंत चिंताजनक स्थिति है। यह प्रदेश में व्याप्त जंगलराज को दर्शाता है। सपा सरकार अपराध नियंत्रण एवं कानून व्यवस्था के मामले में बुरी तरह विफल साबित हुई है।