Goa: गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को सोमवार शाम (18 मार्च) पणजी के मिरामर बीच पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। उनका निधन रविवार शाम (17 मार्च) हुआ था। इसके चलते गोवा में 7 दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। पर्रिकर को श्रद्धांजलि देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और गृहमंत्री राजनाथ सिंह समेत कई नेता गोवा पहुंचे थे। बता दें कि पर्रिकर के निधन के महज 2 घंटे बाद कांग्रेस ने सरकार बनाने का दावा पेश किया। इसके लिए पार्टी के नेताओं ने गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मुलाकात भी की। वहीं, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने दावा किया है कि जल्द ही नए सीएम को चुन लिया जाएगा।
आज देश में राष्ट्रीय शोक : गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद केंद्र सरकार ने सोमवार (18 मार्च) को राष्ट्रीय शोक की घोषणा कर दी। इसके चलते नई दिल्ली, सभी राज्यों की राजधानी और केंद्र शासित प्रदेशों में तिरंगा आधा झुका रहा।
वृंदावन और वाराणसी में रहने वाली एक हजार विधवा महिलाओं ने सोमवार को होली का त्योहार नहीं मनाया, जबकि यह उनका पूर्व घोषित कार्यक्रम था। सुलभ इंटरनेशनल फाउंडेशन के तत्वावधान में वृंदावन के ठा. गोपीनाथ मंदिर में आज उनका सामूहिक होली कार्यक्रम था। इसकी कवरेज के लिए देश-विदेश से करीब 250 पत्रकार व फोटो जर्नलिस्ट आए हुए थे। यह कार्यक्रम करीब 7 साल से लगातार मनाया जा रहा है। सोमवार को इस कार्यक्रम की तैयारियां की गई थीं। रविवार शाम पूर्व रक्षामंत्री व गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन की जानकारी मिली तो उन्होंने राष्ट्रीय शोक मनाते हुए होली का कार्यक्रम निरस्त कर दिया और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
मनोहर पर्रिकर के अंतिम दर्शन के लिए गोवा की राजधानी पणजी की सड़कों पर सोमवार को हजारों लोग उमड़ पड़े। पर्रिकर का अंतिम संस्कार पूर्ण सैन्य व राजकीय सम्मान के साथ मिरामार बीच पर किया जाएगा। पर्रिकर का पार्थिव शरीर यहां भाजपा कार्यालय में लाया गया, ताकि पार्टी कार्यकर्ता उन्हें अंतिम विदाई दे सकें। तिरंगे में लिपटा पर्रिकर का पार्थिव शरीर जब भाजपा कार्यालय में लाया गया तो माहौल गमगीन हो गया और उनके सैकड़ों समर्थकों की आंखें नम हो गईं।
गोवा के मुख्यमंत्री व पूर्व रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर को श्रद्धांजलि देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गोवा पहुंच चुके हैं। इसके बाद वे कला अकैडमी पहुंचे और पर्रिकर को अंतिम विदाई दी। पीएम के आगमन को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
गोवा कांग्रेस के नेता चंद्रकांत कावलेकर ने बताया कि हम राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मुलाकात कर चुके हैं। हमने दावा किया है कि हम राज्य में सबसे बड़े राजनीतिक दल हैं। हमारे पास 14 विधायक हैं। ऐसे में हमें सरकार बनाने का मौका मिलना चाहिए। हमने राज्यपाल से कहा है कि हम बहुमत साबित कर देंगे। चंद्रकांत ने पर्रिकर के निधन पर दुख भी जताया।
गोवा में मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद कांग्रेस के सभी 14 विधायक सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए सोमवार को राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मिलने राजभवन जा रहे हैं। इससे पहले पणजी में सोमवार सुबह कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर ने कहा कि राज्यपाल ने पार्टी के विधायकों को मिलने का समय देने से इनकार कर दिया, जिसके बाद विधायकों ने बिना बुलाए ही राज भवन जाने का फैसला किया है।
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने पर्रिकर के निधन पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि वे एक कुशल राजनीतिज्ञ थे। बीमार होने के बावजूद वे अपनी सरकारी जिम्मेदारी को निभाते रहे। बता दें कि पर्रिकर उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। वहीं, वे चार बार गोवा के मुख्यमंत्री रहे। बसपा नेता ने उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की हैं।
मनोहर पर्रिकर के टीचर सुरेश अमोनकर भी अपने छात्र को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए बीजेपी मुख्यालय पहुंचे। बता दें कि सुरेश खुद भी कैंसर सर्वाइवर हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पर्रिकर मुझसे काफी छोटे थे। मैं 84 साल का हूं और वे 63 के थे। करीब 20 कीमो के बाद मैं कैंसर सर्वाइवर बना। वह मेरे सबसे ब्रिलियंट छात्र थे। वे हमेशा मिलते थे और कुछ न कुछ जानकारी लेते रहते थे। हालांकि, पिछले साल से उनसे मुलाकात नहीं हो सकी। उनके निधन पर मुझे काफी दुख है।’’
गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की अंतिम यात्रा शुरू हो चुकी है। उनका पार्थिव शरीर उनके आवास से बीजेपी मुख्यालय पहुंच चुका है, जहां गोवा के लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़े हैं। यहां केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पर्रिकर को श्रद्धांजलि दी। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गोवा के लिए रवाना हो चुके हैं।
गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को श्रद्धांजलि देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ ही देर में गोवा के लिए रवाना होंगे। बता दें कि रविवार शाम (17 मार्च) मनोहर पर्रिकर का निधन हो गया था। वे काफी समय से पैंक्रियाटिक कैंसर से जूझ रहे थे।
गोवा चर्च ने मनोहर पर्रिकर के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दावा किया कि राज्य के कल्याण के लिए दूरगामी निर्णय लेते समय मुख्यमंत्री ने कई बार चर्च की राय ली। गोवा और दमन के प्रधान पादरी फिलिप नेरी फेर्राओ ने एक शोक संदेश में कहा, ‘‘इस राज्य में चर्च के पदाधिकारियों के लिए पर्रिकर के मन में जो सम्मान था, हम उसके लिए उनके आभारी हैं। वे राज्य के कल्याण के लिए दूरगामी निर्णय करते समय कई बार चर्च की राय लेते थे।’’
मनोहर पर्रिकर का पार्थिव शरीर पणजी स्थित बीजेपी मुख्यालय पहुंच चुका है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सबसे पहले उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान पूरा गोवा अपने प्रिय मुख्यमंत्री को अंतिम विदाई देने के लिए उमड़ पड़ा है। भीड़ को देखते हुए पूरे रूट पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखी गई है।
मनोहर पर्रिकर का पार्थिव शरीर सुबह 10:30 बजे तक पणजी स्थित बीजेपी मुख्यालय में रखा जाएगा। पर्रिकर की अंतिम यात्रा का काफिला उनके आवास से बीजेपी मुख्यालय के लिए रवाना हो गया है। 10:30 बजे से शाम 4 बजे तक पर्रिकर का पार्थिव शरीर कला अकैडमी में रखा जाएगा, जहां लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे। सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और गृहमंत्री राजनाथ सिंह समेत दिग्गज बीजेपी नेता पर्रिकर को अंतिम विदाई देने के लिए गोवा पहुंच सकते हैं।
गोवा में विधानसभा की 40 सीटें हैं। बीजेपी विधायक फ्रांसिस डिसूजा की मौत और कांग्रेस के 2 विधायकों के इस्तीफे के बाद रविवार दोपहर तक विधानसभा की स्ट्रैंथ 37 विधायक की थी। वहीं, पर्रिकर के निधन के बाद विधानसभा की क्षमता 36 विधायक की रह गई है। फिलहाल राज्य में 14 विधायकों के साथ कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है, जबकि बीजेपी के 12 विधायक हैं। बीजेपी ने गोवा फॉरवर्ड पार्टी और महाराष्ट्र गोमंतक पार्टी के 3 विधायकों व 3 निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई थी। विधानसभा में एनसीपी का भी एक विधायक है। बता दें कि बीजेपी को समर्थन देने वाले सभी दलों ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वे सिर्फ मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व वाली सरकार को ही समर्थन देंगे। बीजेपी के विधायक पांडुरंग मदकैकर फिलहाल अस्पताल में हैं और वोटिंग के लिए सदन नहीं आ सकते हैं। यह कांग्रेस के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। यही वजह है कि कांग्रेस कह रही है कि उसके पास 14 विधायक हैं और बीजेपी के पास सिर्फ 11 विधायक।
गोवा बीजेपी अध्यक्ष विनय तेंडुलकर ने बताया कि आज सुबह (18 मार्च) निर्णय ले लिया जाएगा। इसके बाद हम राज्यपाल को पत्र लिखेंगे। अब मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर हमारे साथ नहीं हैं। हम पहले उनके अंतिम दर्शन करने जाएंगे, जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को पार्टी मुख्यालय ले जाया जाएगा। पार्टी मुख्यालय में ही फैसला लिया जाएगा। मुख्यमंत्री पद को लेकर किसी भी तरह की दिक्कत नहीं है। बाकी समस्याएं भी सुबह 10 बजे तक दूर हो जाएंगी। बीजेपी मुख्यालय से पार्थिव शरीर जाने के बाद हम राज्यपाल से मुलाकात करेंगे।
गोवा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर, बीजेपी नेता और कलिंगुट से विधायक माइकल लोबो ने बताया कि एमजीपी के सुदीन धावालिकर ने मुख्यमंत्री पद के लिए अपने नाम की पेशकश की है। सुदीन ने कहा, ‘‘मैंने बीजेपी का समर्थन करने के लिए कई बार कुर्बानी दी है, लेकिन अब मैं मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं।’’
मनोहर पर्रिकर की मौत के महज 2 घंटे बाद कांग्रेस ने सरकार बनाने की पेशकश कर दी। यह दावा बीजेपी दिल्ली के प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने किया है। उन्होंने ट्विटर पर गोवा कांग्रेस कमेटी का एक लेटर पोस्ट करते हुए लिखा कि मनोहर पर्रिकर जी के निधन के महज 2 घंटे बाद ही कांग्रेस ने सरकार बनाने के लिए राज्यपाल को पत्र लिख दिया। क्या आप गिद्ध की तरह कुर्सी पर नजर रखकर बैठे हुए थे?
गोवा में पर्रिकर की अंतिम यात्रा वाले रूट पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है। इसके लिए काला अकैडमी, बीजेपी मुख्यालय और मीरामार बीच पर पैरामिलिट्री फोर्स तैनात कर दी गई हैं। सोमवार को यानी आज (18 मार्च) राज्य के सभी सरकारी दफ्तर, प्राइवेट संस्थान, शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। मनोहर पर्रिकर की अंतिम यात्रा का कार्यक्रम इस तरह है। सुबह 9:30 से 10:30 बजे तक पर्रिकर का पार्थिव शरीर पंजिम स्थित बीजेपी मुख्यालय में रखा जाएगा। 10:30 बजे पर्रिकर का पार्थिव शरीर कला अकैडमी ले जाएंगे। यहां 11 से शाम 4 बजे तक लोग गोवा के मुख्यमंत्री के अंतिम दर्शन कर सकेंगे। शाम 4 बजे मनोहर पर्रिकर की अंतिम यात्रा शुरू होगी और 5 बजे मिरामर बीच पर उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी।
गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी। वहीं, केंद्र सरकार ने आज (18 मार्च) राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। ऐसे में देश व सभी राज्यों की राजधानियों और केंद्र शासित प्रदेशों में तिरंगा आधा झुका रहेगा।