मणिपुर की एक सम्मानित महिला पुलिस अधिकारी ने हाईकोर्ट में मुख्यमंत्री बीरेन सिंह और भाजपा के एक शीर्ष नेता पर ड्रग्स से जुड़े एक मामले में दबाव बनाने का आरोप लगाया है। महिला अधिकारी थोउनाओजम बृंदा राज्य के नारकोटिक्स एंड अफेयर्स ऑफ बॉर्डर ब्यूरो की वरिष्ठ अफसर हैं। उनका कहना है कि सीएम बीरेन सिंह और भाजपा नेता जून 2018 में हुई एक ड्रग रेड में पकड़े गए आरोपी के खिलाफ केस वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। बृंदा ने यह बात इंफाल हाईकोर्ट से 13 जुलाई को जमा किए एक शपथपत्र पर कही है।

बताया गया है कि पुलिस ने जून 2018 को हुई ड्रग रेड में करीब 28 करोड़ रुपए के नशीले पदार्थ बरामद किए थे। इस मामले में मुख्य आरोपी बनाए गए लुखोसेई जू को ड्रग माफियाओं का सरताज माना जाता है। बृंदा का आरोप है कि वह राज्य में भाजपा का स्थानीय नेता है।

एक पुलिस अफसर की ओर से लगाए गए इन आरोपों पर सीएम बीरेन सिंह ने ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ से कहा कि यह मामला अभी कोर्ट में है। इसलिए इस पर कोई भी टिप्पणी करना कानूनी तौर पर ठीक नहीं होगा। लेकिन सबको पता है कि न्यायिक प्रक्रिया में कभी कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकता। कानून खुद अपना काम करता है और आखिर में न्याय पूरा होता है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी और इसमें किसी भी पार्टी- फिर चाहे वो दोस्त की हो या किसी करीबी की, उसे बख्शा नहीं जाएगा।

बृंदा के कोर्ट में दिए हुए एफिडेविट के मुताबिक, इंफाल में 19-20 जून 2018 को उनके नेतृत्व में NAB की टीम ने ड्रग माफियाओं के खिलाफ छापेमारी की कार्रवाई की थी। इसमें आठ लोगों को ड्रग्स और अवैध कैश रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। सभी पर आईपीसी और नारकोटिक ड्रग्स एक्ट, 1985 के तहत केस दाययर किए गए थे। पुलिस का कहना है इस रेड में 4595 किलो हेरोइन पकड़ी गई थी। वहीं, वर्ल्ड इज योर्स नाम की नशीले पदार्थ की 2.8 लाख टैबलेट भी जब्त की गई थीं। कुल मिलाकर इस रेड में 28 करोड़ 36 लाख 68 हजार रुपए के ड्रग्स को जब्त किया गया था।