केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को कहा कि सार्वजनिक परिवहन सेवाओं की बसों में ‘पैनिक बटन’, सीसीटीवी कैमरा और वाहनों का पता लगाने वाला उपकरण लगाना अनिवार्य होगा। इससे महिला यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। गडकरी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि सरकार इन मापदंडों के बारे में अधिसूचना दो जून को जारी करेगी। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा-निर्भया की दुर्र्भाग्यपूर्ण घटना के बाद महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के वास्ते हमने निर्णय किया है कि सभी सार्वजनिक परिवहन बसों में आपातकालीन पैनिक बटन, सीसीटीवी कैमरा और जीपीएस समर्थित उपकरण लगाना अनिवार्य होगा।

बहरहाल पैनिक बटन युक्त बसों की प्रायोगिक योजना का शुभारंभ बीकानेर हाउस में नितिन गडकरी ने किया। इस मौके पर महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ललिता कुमारमंगलम भी मौजूद थीं। नई योजना के तहत राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम ऐसी 10 लक्जरी बसें और 10 सामान्य बसों का परिचालन करेगा जिसमें आपात बटन और सीसीटीवी कैमरा लगे हैं।

गडकरी ने कहा कि पूरे देश में सभी सार्वजनिक परिवहन बसों में ऐसे उपकरण लगाने के संबंध में एक अधिसूचना दो जून को जारी होगी। समारोह से इतर उन्होंने कहा- हम निर्माण के स्तर पर ही बसों में पैनिक बटन, सीसीटीवी कैमरा और अन्य उपकरण लगाने को लेकर आशान्वित हैं। मंत्रालय ने इसी महीने इसके बारे में मोटर वाहन अधिनियम के तहत मसौदा नियम जारी किए और वाहन निर्माताओं समेत विभिन्न पक्षकारों से राय मांगी थी।प्रस्तावित अधिसूचना के तहत 23 यात्रियों की क्षमता वाले परिवहन वाहन में अनिवार्य रूप से सीसीटीवी कैमरा लगा होना चाहिए और इसे ग्लोबल पोजिशनिंग प्रणाली से लैस होना चाहिए और इसकी निगरानी स्थानीय पुलिस नियंत्रण कक्ष से हो।

गडकरी ने कहा कि किसी अप्रिय घटना की स्थिति में महिला यात्री आपात बटन दबा कर सचेत कर सके, ऐसी व्यवस्था हो जो जीपीएस के जरिए करीबी स्थानीय पुलिस थाने को सूचना हस्तांतरित हो सके। एक बार आपातकालीन संकेत जारी होने के बाद सीसीटीवी कैमरा से बस की लाइव फुटेज केंद्रीय नियंत्रण कक्ष में प्रदर्शित होने लगेगी । इसके अलावा भी अगर वाहन नियत मार्ग से विचलित होता है, तब इसकी जीपीएस उपकरण से निगरानी हो सकेगी ।

इस बीच जयपुर में राज्य के परिवहन मंत्री युनूस खान ने बताया कि रोडवेज की उच्च तकनीकी युक्त बसों में सफर करने वाली महिला यात्री या किसी भी यात्री को खतरा महसूस होने पर बस में लगे पैनिक बटन को दबाना होगा। अगले ही पल बस का नंबर और बस की लोकेशन एसएमएस के माध्यम से मुख्य प्रबंधक को मिल जाएगी। उन्होंने बताया कि संदेश मिलते ही संबंधित मुख्य प्रबंधक यात्री को तुरंत मदद उपलब्ध करवाएगा और छेड़छाड़ करने वाले के खिलाफ अग्रिम कार्रवाई करेगा।

खान के अनुसार महिला सुरक्षा के लिये पैनिक बटन सिस्टम प्रायोगिक तौर पर दस एक्सप्रेस और दस वातानुकूलित बसों में शुरू हो गया है। यह प्रयोग सफल होने के बाद रोडवेज की सभी बसों में यह सिस्टम लगाए जाएगा। उन्होंने बताया कि निकट भविष्य में इस परियोजना को महिला सुरक्षा हैल्पलाइन से भी जोड़ने की योजना है। इसके साथ ही वाहन के भीतर हाई रिजोल्यूशन और नाइट विजन वाले सीसीटीवी वीडियो कैमरे लगाए गए हैं, जो वाहन के अंदर की समस्त गतिविधियों को रिकार्ड कर सकेंगे।