त्रिपुरा में एक बार फिर जानवर के नाम पर एक शख्स की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या किए जाने का मामला सामने आया है। घटना मंगलवार (2 जुलाई, 2019) की है जब भीड़ ने प्रदेश के धलाई जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर एक दूरदराज के आदिवासी गांव में एक संदिग्ध मवेशी चोर की पीट-पीटकर कर हत्या कर दी। मृतक की पहचान बुद्धिराम त्रिपुरा (38) के रूप में की गई है। ग्रामीणों ने एक व्यक्ति को देखा जो कथित तौर पर एक घर से मवेशी चुराने की कोशिश कर रहा था। उन्होंने उसे पकड़ लिया और जमकर पीटा। इस दौरान पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो काफी देर हो चुकी है। यह क्षेत्र रायसियाबारी पुलिस थाने के तहत आता है और यह घटना मंगलवार रात की है।
रायसियाबारी पुलिस थाने के प्रभारी सुलेमान रियांग ने कहा, ‘गांव वाले लोगों ने एक व्यक्ति को एक घर से मवेशी चुराने की कोशिश करते हुए देखा। उन्होंने संदिग्ध मवेशी चोर को पकड़ा और उसे बुरी तरह मारा। हम घटनास्थल पर पहुंचे और व्यक्ति को वहां से निकाला लेकिन अस्पताल में उसकी मौत हो गई।’ मृतक बुद्धिराम त्रिपुरा मान्यकुमारपारा गांव के रहने वाले हैं। पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद मृतक का शव उनके परिजनों को सौंप दिया गया है।
बता दें कि भीड़ द्वारा किसी व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या किए जाने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के एक गांव में स्थानीय लोगों ने 24 वर्षीय सनाउल स्के की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। तब मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि स्के को नंगा कर लोहे की रॉड से खूब पीटा, जिससे उसकी जान चली गई। घटना का यह वीडियो तब सोशल मीडिया में भी खूब वायरल हुआ।
वीडियो में हमलावर स्के से पूछते नजर आ रहे हैं… तुमने कितनी बाइकें चुराई हैं? सनाउल स्के इस दौरान शांत रहा तो उसे फिर खूब पीटा गया। बाद में इलाज के लिए उन्हें स्थानीय क्लिनिक में लाया गया और बाद में दिमाग की सर्जरी के लिए कोलकाता के एक हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया। हालांकि घटना के 48 घंटे बाद उनकी मौत हो गई।