महाराष्ट्र के अहमदनगर में नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट करने पर एक युवक की बर्बरतापूर्वक पिटाई की घटना सामने आई है।कुछ लोगों ने युवक की धारदार हथियारों से बेरहमी से हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल युवक को इलाज के लिए अहमदनगर के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। इस मुद्दे पर न्यूज़ चैनल आजतक पर एक टीवी डिबेट के दौरान धर्मगुरु मुफ्ती मंजूर जयई ने कहा कि सर तन से जुदा नारा इस्लामिक नारा नहीं है।

इस दौरान एंकर ने सवाल उठाया कि क्या किसी का समर्थन करने पर वो लोग जो बार-बार सर तन से जुदा के नाम पर किसी का गला काट देते हैं क्या वो इस्लाम के गद्दार हैं या नहीं? इसके जवाब में इस्लामिक स्कॉलर अतीक-उर-रहमान ने कहा, “ना सिर्फ वो गद्दार हैं बल्कि इस्लाम और इंसानियत के भी दुश्मन हैं।”

ये पाकिस्तानी नारा है: वहीं, मुस्लिम धर्मगुरु मुफ्ती मंजूर जयई ने कहा, “मीडिया के हवाले से और बार-बार हमने पूरी दुनिया तक यह पैगाम पहुंचाया है कि सर तन से जुदा का यह जो नारा है वो इस्लामिक नारा है ही नहीं। ये पाकिस्तानी नारा है। इसे पाकिस्तान ने जन्म दिया और अपने पॉलिटिकल फायदे के लिए इसका इस्तेमाल किया।”

मुफ्ती मंजूर जयई ने आगे कहा, “अहमदनगर का जो मामला है तो मैंने वहां के पुलिस डिपार्टमेंट और आईजी से बात की। वहां जो बात खुलकर सामने आ रही है कि जिस शख्स को मारा-पीटा गया वो आपसी रंजिश का मामला है। इसे नूपुर शर्मा वाले मामले से जोड़कर मुसलमानों को बदनाम ना किया जाए।”

इसके जवाब में वीएचपी प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा, “मारने वाले मुसलमान हैं, हमला करने वाले मुसलमान हैं, सर तन से जुदा करने वाले मुसलमान हैं। आप कह रहे हैं मुसलमानों को बदनाम कर रहे हैं। बदनाम तो आप कर रहे हैं, हमारी तो जान ली जा रही है।” VHP प्रवक्ता ने भड़कते हुए कहा, ”जो सर तन से जुदा करते हैं उन्हें वतन से जुदा करना चाहिए। ये हिंदू समाज को उकसा रहे हैं। जिस तरह से देश में सर तन से जुदा गैंग हावी हो रहा है और एक बेटी की हत्या करने पर उतारु है।” जिस पर इस्लामिक स्कॉलर अतीक-उर-रहमान ने कहा कि मैं पहले दिन से कह रहा हूं माफ कर देना और माफी कबूल कर लेना।