(By Yogesh Naik)

नई सरकार के गठन के बाद भी महाराष्ट्र की सियासत की उथल-पुथल थमने का नाम नहीं ले रही है। उद्धव ठाकरे की रुखसती के बीच राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे की एंट्री ने राजनीति में फिर से हलचल पैदा कर दी है। अमित महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की स्टूडेंट विंग यानी एमएनएस विद्यार्थी सेना की कमान संभाल रहे हैं। वे एमएनएस विद्यार्थी सेना के प्रमुख के रूप में सियासत में काफी सक्रिय हो गए हैं और सिंधुदुर्ग जिले में बैठकें कर रहे हैं।

एक दशक पहले पहली बार वो बीएमसी चुनावों के दौरान मनसे के रोड शो में शामिल हुए थे, जो राजनीति में उनकी पहली अपीयरेंस थी। हालांकि, इसके बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई का हवाला देते हुए राजनीति से दूरी बना ली थी। इसके बाद जुलाई 2014 में मनसे विद्यार्थी सेना की पहली रैली में एक बार फिर वो नजर आए। हालांकि इस बार भी रैली करने के बाद वो राजनीति से दूर हो गए।

अमित ने अब ऐसे समय में फिर से राजनीति में कदम रखा है जब राज ठाकरे एक बड़ी सर्जरी से उबर रहे हैं। एक तरफ उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना लड़खड़ा रही है और आदित्य ठाकरे ने पिता के साथ मोर्चा संभाला हुआ है। शिवसेना में जारी घमासान का फायदा उठाने के लिए मनसे ने महासंपर्क अभियान शुरू किया है और अमित ठाकरे की एंट्री को भी मात्र एक संयोग नहीं बल्कि इस पूरे घटनाक्रम से जोड़कर देखा जा रहा है।

अमित ठाकरे की उम्र 30 साल है और वो शादीशुदा हैं और उनका एक बेटा भी है। मनसे विद्यार्थी सेना के प्रमुख के रूप में उन्होंने आदित्य शिरोडकर की जगह ली थी। राज के दोस्त राजन शिरोडकर के बेटे आदित्य मनसे प्रमुख के पक्ष से बाहर हो गए थे और आखिरकार 2021 में वो मनसे छोड़कर शिवसेना में शामिल हो गए।

शिवसेना के उद्धव ठाकरे खेमे ने नियुक्त किया पार्टी का नया चीफ व्हिप
महाराष्ट्र विधानसभा में अल्पमत में आए शिवसेना के उद्धव ठाकरे खेमे ने लोकसभा के लिए शिवसेना का नया चीफ व्हिप नियुक्त किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर जानकारी दी कि भावना गवली की जगह राजन विचारे को चीफ व्हिप नियुक्त किया गया है। विधायकों के बाद अब बड़ी संख्या में सांसदों के भी पार्टी नेतृत्व से बगावत के कयास लग रहे हैं। इसे देखते हुए उद्धव ठाकरे ने यह कदम उठाया है।