मुंबई के वसई इलाके में एक 35 वर्षीय मुस्लिम व्यक्ति को फ्लैट खरीदने से मना करने और उसकी धार्मिक भावना आहत करने के आरोप में पुलिस ने 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मुंबई के मानिकपुर पुलिस के मुताबिक विकार अहमद खान नाम के व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई है कि वसई हाउसिंग सोसाइटी ने उनके विरुद्ध एक प्रस्ताव पारित कर उन्हें फ्लैट खरीदने से मना कर दिया है। इस मामले में मानिकपुर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 295(A) (किसी समुदाय विशेष के धर्म की बेइज्जती करना) और 298 (जानबूझकर किसी की धार्मिक भावना आहत करना) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।

पुलिस ने बताया कि मुंबई के वसई में ‘हैप्पी जीवन’ नाम की हाउसिंग सोसाइटी में विकार अहमद खान ने एक 1BHK फ्लैट बुक कराया था। विकार की इस संबंध में फ्लैट की मालकिन कांताबेन पटेल और उनके बेटे जिग्नेश पटेल से 47 लाख रुपये में डील भी फाइनल हो चुकी थी। विकार को फ्लैट बेचने के लिए तैयार होने के बाद कांतिबेन और उनके बेटे ने यह डील कैंसिल कर दी। ‘हैप्पी जीवन’ सोसाइटी के 11 कमिटी मेम्बर्स ने बैठक कर विकार को फ्लैट नहीं बेचे जाने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया और फिर डील रद्द कर दी।

मुंबई के पालघर पुलिस ने इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने वाले सभी ग्यारह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने वाले लोगों में आठ गुजराती, दो मराठी और एक व्यक्ति उत्तर प्रदेश का है। ये सभी उसी बिल्डिंग में रहते हैं। फ्लैट की मालकिन कांतिबेन के नाम पारित इस प्रस्ताव में लिखा गया, ‘हमें पता चला है कि आप अपना फ्लैट किसी मुसलमान व्यक्ति को बेच रहीं हैं। हमें लगता है कि आपको ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे भविष्य में सोसाइटी का वातावरण प्रभावित हो सकता है।’ पुलिस ने एफआईआर के साथ इस प्रस्ताव को भी रिकार्ड के लिए रखा है। वाकिर अहमद खान वसई में कांच का बिजनेस करते हैं और अपनी पत्नी तथा तीन बच्चों के साथ रहते हैं।

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खान ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा, ‘मैंने कुछ दिन पहले ही फ्लैट की मालकिन कांताबेन पटेल को एक लाख रुपये को टोकन दिया था और सोसाइटी की तरफ से एनओसी सर्टिफिकेट देने की मांग की थी, जिससे मैं लोन के लिए अप्लाई कर सकूं। मैं फिलहाल एक रुम और किचेन वाले छोटे से मकान में रहता हूं और बड़ा घर लेने के बारे में सोच रहा था। यह फ्लैट मेरे बच्चों के स्कूल के पास है और यहां से रेलवे स्टेशन भी नजदीक पड़ता है इसलिए मैं इसे खरीदना चाहता था।’

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