महाराष्ट्र कैबिनेट विस्तार में हुए फेरबदल के बाद देवेंद्र फड़नवीस ने राज्य के दो सबसे ताकतवर मंत्री पंकजा मुंडे और विनोद तावड़े से उनके एक-एक मंत्रालय छीन लिए हैं। विनोद तावड़े जो कि फर्जी डिग्री विवाद में घिरे थे, से स्वास्थ शिक्षा मंत्रालय, जबकि चिक्की घोटाले विवाद में फंसी पंकजा मुंडे से जल संसाधरण मंत्रालय का प्रभार ले लिया गया है। पंकजा मुंडे ने इस पर अपनी नाराजगी भी जाहिर कर दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर इसका इजहार किया। पंकजा मुंडे ने ट्विटर पर ट्वीट किया, सिंगापुर में हो रहे वर्ल्ड वॉटर लीडर समिट में मुझे हिस्सा लेना था, लेकिन चूंकि मेरा मंत्रालय हटा लिया गया है इसलिए अब मैं इस समिट में हिस्सा नहीं ले रही हूं’।
Reaching singapore tomorrow on monday there is world water leader summit i was invited but now wont attend since i m not minister incharge
— PankajaGopinathMunde (@Pankajamunde) July 9, 2016
मंत्री विनोद तावडे़ के कई महकमे कम किए गए हैं। तावडे़ पर फर्जी डिग्री का आरोप था। हालांकि वह शिक्षा मंत्री बने रहेंगे। मंत्रालय बंटवारे में पंकजा मुंडे और विनोद तावड़े के पर काटे गए हैं। पंकजा मुंडे से वाटर कंजर्वेशन छीन लिया गया है। विनोद तावड़े से भी मेडिकल एजुकेशन विभाग छिन लिया गया और गिरीश महाजन को सिंचाई और मेडिकल एजुकेशन विभाग दिया गया है।
वरिष्ठ नेता पांडुरंग फुंडकर को कृषि मंत्री बनाया गया है, जो कि खड़से के इस्तीफे के बाद से खाली था। खडसे के ही राजस्व विभाग को चंद्रकांत पाटिल को दिया गया है. पाटिल को अमित शाह का करीबी माना जाता है. हालांकि उनसे सहकारी विभाग ले लिया गया है। इसके अलावा शिवसेना के दीपक केसरकर को गृह राज्य मंत्री (ग्रामीण) बनाया गया है। केसरकर कोंकण क्षेत्र के निवासी है और उन्हें कांग्रेस के दिग्गज नारायण राणे के एक कट्टर प्रतिद्वंद्वी के रूप में जाना जाता है।
सहयोगी आरएसपी के महादेव जनकर को पशुपालन विभाग दिया गया है। जबकि स्वाभिमानी शेतकारी संघटना के सदा भाऊ खोट को कृषि और विपणन मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाया गया है। जय कुमार रावल नए रोजगार गारंटी योजना और पर्यटन मंत्री होंगे, जबकि संभाजी निलंगेकर पाटिल श्रम मंत्री होंगे। सुभाष देशमुख को-ऑपरेटिव के साथ वस्त्र मंत्रालय दिया गया है, जो कि पहले चंद्रकांत पाटिल के पास था।
गिरीश महाजन- सिंचाई और मेडिकल एजुकेशन
महादेव जानकार – डेयरी और पशुविकास
सदाभाउ खोत – कृषि राज्यमंत्री
गुलाबराव पाटिल – सहकारिता राज्यमंत्री
चंद्रशेखर बावनकुले- ऊर्जा और एक्साइज विभाग
सुभाष देशमुख – सहकारिता और मार्केटिंग
संभाजी पाटिल निलंगेकर -लेबर मिनिस्टर
अर्जुन खोतकर- डेयरी और पशुविकास राज्यमंत्री
दीपक वसंत केसरकर – गृहराज्य मंत्री (ग्रामीण)
राम शिंदे- वाटर कंजर्वेशन
जयकुमार रावल – पर्यटन
रविन्द्र चौहान- बंदरगाह और स्वास्थ राज्यमंत्री