कॉमेडियन कपिल शर्मा के खिलाफ राज ठाकरे के नेतृत्व वाली मानव निर्माण सेना ने शिकायत दर्ज कराई है। कपिल शर्मा ने बीएमसी के एक अधिकारी पर रिश्वत की मांग करने का आरोप लगाया था। कपिल ने दावा किया था कि बीएमसी के एक अधिकारी ने उनसे 5 लाख की रिश्वत की मांग की थी। एमएनएस ग्रुप लीडर संदीप देशपांडे ने सोमवार को वर्सोवा पुलिस थाने में कपिल के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी। संदीप ने मांग की उनकी शिकायत को एफआईआर के तौर पर दर्ज किया जाए और मामले की पूरी जांच की जाए। देशपांडे ने कहा कि ‘मैने कपिल शर्मा के खिलाफ आईपीसी की धारा 176 के तहत शिकायत दर्ज कराई है। कपिल इस पूरे मामले पर चुप्पी साधे रहे और शिकायत दर्ज नहीं कराई और न ही इस संबंध में किसी अधिकारी को सूचित किया।’
इस शिकायत में कहा गया है कि बीएमसी के अधिकारी आईपीसी के सेक्शन 21 के तहत पब्लिक सर्वेंट हैं और अगर उन्होंने रिश्वत की मांग की है तो उन्होंने सेक्शन 39 के तहत गुनाह किया है। शिकायत में आगे कहा गया कि यदि कोई नागरिक अपनी शिकायत संबंधित अधिकारियों से शिकायत नहीं करता है तो भी यह एक गुनाह है। वहीं कपिल शर्मा के आरोपों से नाराज बीएमसी महासचिव शालिनी ठाकरे सोमवार को अपने समर्थकों के साथ तहसीलदार के ऑफिस पहुंचीं और कपिल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। शालिनी ने कहा कि ‘हमने कपिल शर्मा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सेलब्रटीज को स्पेशल ट्रीटमेंट दिया जाता है जिसकी वजह से वह अक्सर कानून अपने हाथ में लेते हैं। वहीं इस पूरे मामले पर कांग्रेस ने बीजेपी और शिवसेना दोनों पर निशाना साधा है। बीजेपी और शिवसेना मिलकर बीएमसी को नियंत्रित करते हैं। शिवसेना ने भी कपिल से अधिकारी के नाम का खुलासा करने की बात कही थी।
आप को बता दें कि कपिल ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा था कि ‘मैं पिछले पांच साल से 15 करोड़ रुपए इनकम टैक्स के तौर पर देता हूं इसके बावजूद मुझे अपना ऑफिस बनाने के लिए बीएमसी को 5 लाख रुपए की घूस देनी पड़ेगी।’ कपिल ने एक और ट्वीट करते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था ‘क्या यही हैं आपके अच्छे दिन?’ आपको बता दें कि कपिल शर्मा के ट्विटर पर 63 लाख फॉलोअर्स हैं और इस ट्विट के बाद सभी राजनैतिक पार्टियों ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। कपिल का यह ट्विट इसलिए भी अहम है क्योंकि स्थानीय निकाय के चुनाव जल्द ही होने वाले हैं।

