महाराष्ट्र में शपथ ग्रहण के कुछ देर बाद ही टकराव शुरू हो गया। दरअसल शिवसेना के बागी विधायक संजय राठौड़ को महाराष्ट्र कैबिनेट में शामिल करने के कारण मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पहली बार बीजेपी के विरोध का सामना करना पड़ा। भाजपा की महाराष्ट्र उपाध्यक्ष चित्रा वाघ ने वीडियो सन्देश जारी कर संजय राठौर के मंत्री बनने पर आपत्ति जताई। हालांकि बाद में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उनका बचाव किया।
चित्रा वाघ ने ट्वीट कर वीडियो सन्देश में कहा, “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि महाराष्ट्र की बेटी पूजा चव्हाण की मौत का कारण रहे संजय राठौड़ को फिर से मंत्री पद दिया गया है। मैं उनके खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखूंगी।” बता दें कि देवेन्द्र फडणवीस जब विपक्ष के नेता थे तब उन्होंने इस मुद्दे को खूब उछाला था और बाद में संजय राठौर को इस्तीफा देना पड़ा था।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अब उनका बचाव किया है। उन्होंने कहा, “पिछली सरकार के दौरान जांच के बाद उन्हें पुलिस द्वारा क्लीन चिट दी गई थी। इसलिए हमने उन्हें मंत्री बनाया है। अगर किसी को आपत्ति है तो हम उससे बात करेंगे।” संजय राठौड़ यवतमाल के डिग्रास विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। उनपर आरोप थे कि वह उस महिला के साथ संबंध में थे जो खराब हो गई, जिससे महिला ने सुसाइड कर लिया और उसकी मृत्यु हो गई।
बता दें कि मंगलवार सुबह शिंदे गुट और बीजेपी के 9-9 मंत्रियों ने मंत्री पद की शपथ ली है यानी शिंदे कैंप और बीजेपी के कुल 18 मंत्रियों ने शपथ ली है। वहीं एक भी महिला मंत्री ने शपथ नहीं ली है।
बीजेपी की ओर से चंद्रकांत पाटिल, सुधीर मुनगंटीवार, राधाकृष्ण विखे पाटिल, गिरीश महाजन, सुरेश खाड़े, अतुल सावे, विजय कुमार गावित, रविन्द्र चव्हाण और मंगल प्रभात लोढ़ा ने मंत्री पद की शपथ ली। वहीं शिवसेना (शिंदे गुट) के जिन विधायकों ने शपथ ली है उनमें दादासाहेब भुसे, उदय सामंत, तानाजी सावंत, अब्दुल सत्तार, दीपक केसरकर, गुलाबराव पाटिल, संदीपन भुमरे, शंभूराजे देसाई और संजय राठौर शामिल हैं।
शपथग्रहण के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, “मंत्रिमंडल का विस्तार आज हुआ है। अपने-अपने विभाग की ज़िम्मेदारी सब लोग संभालेंगे। इस राज्य की जनता को जो काम चाहिए वो किया जाएगा। राज्य का सर्वांगीण विकास करने को ये लोग काम करेंगे। इसके बाद भी मंत्रिमंडल का विस्तार बाकी है।”