महाराष्ट्र के ठाणे जिले (Thane District in Maharashtra) में भी उत्तराखंड के जोशीमठ जैसी स्थिति देखने को मिल रही है। ठाणे के डोंबिवली में एक आवासीय परिसर के अंदर स्थित इमारतों में दरारें देखी गई है। बताया जाता है कि इस परिसर में 5 इमारत है और पांचों में दरारें देखी गईं। शनिवार देर रात इमारतों में दरारें नजर आई और उसके बाद इन इमारतों में रह रहे परिवारों को निकाल दिया गया। बताया जाता है कि कि करीब 250 परिवार इन इमारतों में रहते थे।

जैसे ही इमारतों में दरारें देखी गई, उसके बाद संबंधित अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। इसके बाद संबंधित अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों के अनुसार फायर ब्रिगेड (fire brigade) की टीम भी इमारत का जायजा लेने के लिए अंदर पहुंची। फायर ब्रिगेड, पुलिस और नगर निगम के अधिकारी आवासीय परिसर में मौजूद हैं और जांच कर रहे हैं। बताया जाता है कि मकानों के छतों पर भी दरारें देखी गई हैं।

इस घटना के बाद हलचल भी तेज हो गई और लोग घटना को जोशीमठ से जोड़ने लगे। इस घटना को लेकर सिविक सब फायर ऑफिसर नामदेव चौधरी ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा, “इन पांचों इमारतों को साल 1998 में बनाया गया था। यह कल्याण डोंबिवली नगर निगम द्वारा बनाए गए खतरनाक इमारतों की सूची में नहीं है। इन इमारतों का एक बार फिर निरीक्षण किया जाएगा और फिर आगे कोई कदम उठाया जाएगा।”

हालांकि इमारतों में दरारों से किसी को चोट नहीं आई है। लेकिन लोगों ने परिसर को खाली कर दिया गया है। साथ ही प्रशासन की ओर से किसी के लिए भी रहने की व्यवस्था नहीं की गई है। इस परिसर के जो भी निवासी थे, उन्होंने अपने रहने की व्यवस्था स्वयं की है।

बता दें कि इससे पहले उत्तराखंड के जोशीमठ में ऐसी ही समस्या का लोगों को सामना करना पड़ा उत्तराखंड के जोशीमठ में दर्जनों घरों में दरारें देखी गई और ये काफी बड़ी थी। इसके बाद प्रशासन ने राहत बचाव कार्य शुरू किया। कई परिवारों को सरकार ने शिफ्ट किया और राहत सामग्री बांटी गई। यह मामला काफी सुर्खियों में छाया रहा।