महाराष्ट्र में दो दिन पहले हुए एक कार्यक्रम में हीट स्ट्रोक से 13 लोगों की मौत तथा कई लोगों के बीमार पड़ने और अस्पताल में भर्ती होने के बाद सरकार खुले में किसी भी तरह के कार्यक्रम आयोजित करने पर रोक लगा दी है। घटना के बाद विपक्षी दलों ने सरकार के खिलाफ कड़ा विरोध जताते हुए इस्तीफे की मांग की थी। कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने घटना की जांच कराए जाने की मांग की है। कांग्रेस ने घटना में कई लोगों की मौत के बाद सरकार के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का केस भी दर्ज कराया है।
समाज सुधारक अप्पासाहेब धर्माधिकारी को महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार दिया गया था
दरअसल रविवार (16 अप्रैल) को राज्य सरकार ने रायगढ़ जिले के खारघर में समाज सुधारक अप्पासाहेब धर्माधिकारी को महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार देने के लिए एक समारोह का आयोजन किया था। यह कार्यक्रम खुली धूप में आयोजित हुआ था। कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस कई बड़े लोग मौजूद रहे। उस दिन इलाके में काफी गर्मी थी। इसकी वजह से वहां मौजूद लोग तेज गर्मी और तीखी धूप से बेहाल हो गये।
अगले दिन सोमवार को उनमें से 11 लोगों की मौत हो गई। बाद में दो और लोग अस्पताल में दम तोड़ दिये। 13 लोगों की मौत के बाद राज्य की शिंदे सरकार हरकत में आई और खुले में कार्यक्रमों के आयोजन पर रोक लगा दी। बुधवार को जारी सरकारी आदेश के अनुसार दोपहर 12 बजे से शाम पांच बजे तक कोई भी कार्यक्रम खुले में आयोजित नहीं किया जा सकेगा।