महाराष्ट्र में एक शख्स ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के निजी सहायक होने का दावा करते हुए फ्रॉड कॉल किए। इस शख्स ने पुणे में राजकीय बीजे मेडिकल कॉलेज और ससून जनरल अस्पताल के डीन डॉ संजीव ठाकुर को फोन कर कैंटीन सेवाएं बंद करने के लिए कहा। डॉ. ठाकुर ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई है।
“लहजे से लग रहा था कि कॉल फर्जी है”
अनिकेत निकम नाम के इस शख्स ने डॉ संजीव ठाकुर को कॉल किए और बताया कि वह मुख्यमंत्री कार्यालय से बोल रहा है। अस्पताल के एक अधिकारी के मुताबिक उसके रूखे लहजे से लग रहा था कि यह वास्तविक कॉल नहीं है। यह कॉल सोमवार को की गई थी। अधिकारी ने बताया कि जब डीन ने मुख्यमंत्री कार्यालय में जांच की तो उनका संदेह साबित हुआ।
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले छात्रों द्वारा भोजन की गुणवत्ता की शिकायत करने के बाद परिसर की छह कैंटीनों में से एक को बंद कर दिया गया था। फोन करने वाले ने खुद को अनिकेत निकम बताते हुए कहा कि वह मुख्यमंत्री का पीए है। अधिकारी ने कहा कि मरीजों को मुफ्त दवा देने की अस्पताल की पहल के बारे में पूछने के बाद उसने डीन से परिसर में सभी छह कैंटीन बंद करने को कहा।