महाराष्ट्र हाईवे पुलिस ने राज्य के परिवहन विभाग को एक प्रस्ताव भेजकर 40,305 लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस तीन से छह महीने के लिए रद्द करने की अनुशंसा की है। इसमें से 3,149 ड्राइविंग लाइसेंस केवल मुंबई के हैं। प्रदेश की राजधानी में ट्रैफिक नियम तोड़ने की वजह से 2 लाख 65 हजार लोगों के चालान भी काटे गए हैं।

जैसे ही परिवहन विभाग पुलिस के इस आदेश को स्वीकार करेगा, 40 हजार से ज्यादा लाइसेंस तय अवधि के लिए सस्पेंड हो जाएंगे। अवधि समाप्त होने पर ही इन्हें लौटाया जाएगा। महाराष्ट्र ट्रैफिक पुलिस के एडिशनल डायरेक्टर जनरल भूषण कुमार उपाध्याय के अनुसार, उन्हीं लोगों के लाइसेंस सस्पेंड किए जाएंगे, जिन्होंने एक से अधिक बार यातायात नियमों की अवहेलना की है।

गौरतलब है कि सड़क सुरक्षा पर सुझाव देने के लिए बनी जस्टिस केएस राधाकृष्णन कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में एक तय समय के लिए ड्राइविंग लाइसेंस जब्त करने की अनुशंसा राज्य सरकार से की थी। इसी रिपोर्ट के आधार पर पूरे राज्य में पुलिस एक्शन में आई है और यह कार्रवाई शुरू हुई है।

ट्रैफिक एडीजी के अनुसार, पूरे राज्य में यातायात नियमों के उल्लंघन के 10 लाख 47 हजार मामले दर्ज हुए हैं। इनमें से 40,305 ऐसे लोग हैं, जो बार-बार गलती करते हैं और चालान के बावजूद नहीं सुधर रहे हैं। ऐसे लोगों का लाइसेंस जब्त करना बहुत जरूरी है।

पुलिस के मुताबिक, 40,305 लोगों ने बार-बार नियमों को तोड़ा वहीं 23,144 लोगों को ड्राइविंग के समय फोन पर बात करते हुए पकड़ा गया था। वहीं पिछले साल वाहन चलाने समय फोन पर बात करते हुए 9,465 लोगों के चालान बनाए गए थे।

13,550 लोग ऐसे भी रहे जो हर बार लालबत्ती को तोड़ते हुए दूसरों के लिए खतरा बनते हैं। वहीं 1,887 ड्राइवर्स ऐसे भी मिले जिनके पास कार और मोटर साइकिल चलाने का लाइसेंस था पर वो ट्रक और बस जैसे भारी वाहन चलाते हुए पाए गए। 1,776 लाइसेंस ऐसे लोगों के हैं जो तय गति से ज्यादा तेज गाड़ी चलाते हुए पकड़े गए हैं।