महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पीएम पद की दावेदारी पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में मराठियों ने काफी लंबे वक्त तक राज किया है। मुझे यकीन है कि मराठियों के पास भी प्रधानमंत्री बनने का मौका है। फडणवीस ने यह बात एक सवाल के जवाब में कही। वे शुक्रवार को नागपुर में आयोजित 16वें मराठी जागरण सम्मेलन में मौजूद थे। उस दौरान उनसे पूछा गया कि क्या 2050 तक कोई मराठी देश का प्रधानमंत्री बन पाएगा?

नितिन गडकरी भी मौजूद थे इस कार्यक्रम में : बता दें कि इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री और नागपुर से सांसद नितिन गडकरी भी मौजूद थे, लेकिन जब फडणवीस ने यह टिप्पणी की, वे आयोजनस्थल से जा चुके थे। इस कार्यक्रम में कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे को मुख्य अतिथि बनाया गया था। हालांकि, कार्यक्रम के दौरान गडकरी ने कहा, ‘‘मराठी पहचान के साथ-साथ राष्ट्रीय पहचान की रक्षा जरूरी है, क्योंकि दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं।’’

सीएम से सवाल- नरेंद्र से देवेंद्र कब? : कार्यक्रम में पब्लिक इंटरव्यू के दौरान सीएम फडणवीस से नागपुर के बिल्डर आशुतोष शेवाल्कर और कवि रामदास फुटाने ने पूछा कि नरेंद्र से देवेंद्र का बदलाव कब? फडणवीस ने शेवाल्कर को जवाब दिया, ‘‘मैं सोचता था कि आप मेरे शुभचिंतक हैं। इसके अलावा कुछ नहीं।’’

 

जाति और आरक्षण पर भी बोले फडणवीस : फडणवीस से दूसरा सवाल जाति और आरक्षण के मुद्दे पर पूछा गया। सीएम ने कहा, ‘‘यह सच है कि जाति की पहचान के लिए आरक्षण जरूरी है, लेकिन आरक्षण सिर्फ सरकारी नौकरी दिलाने में मददगार साबित हो सकता है। ऐसे अवसर सभी मौकों के सिर्फ 10 प्रतिशत ही होते हैं। युवाओं को एक बार इस बात का अहसास हो गया तो वे जाति की पहचान के चक्कर में नहीं फंसेंगे।’’