महाराष्ट्र के हिंगोली जिले के पांगरा बोखारे गांव स्थित जिला परिषद के एक स्कूल में उस वक्त हड़कंप मच गया जब रसोई घर में जहरीले सांपों का झुंड दिखाया दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक स्कूल की रसोई में जब खाना तैयार हो रहा था, उस वक्त इसे तैयार कर रही महिला ईंधन के लिए ढेर में से कुछ लकड़ियां लेने गई तो कुछ सांपों को देख कर चौंक गई। उसने लकड़ियां पलटी तो वहां जहरीले सांपों का पूरा झुंड मौजूद था, जिसे देख वह स्कूल के स्टाफ को बताने के लिए दौड़ी। रसोई में इतनी तादाद में सांपों के मिलने की खबर से अफरा-तफरी मच गई। स्टाफ समेत स्कूली बच्चे खौफजदा हो गए। सूचना लगते ही गांव वाले लाठियां और पत्थर लेकर मौके पर पहुंचे लेकिन स्कूल प्रबंधन की दखलंदाजी से किसी भी सांप को नुकसान नहीं पहुंचाया गया। स्कूल के स्टाफ ने समझदारी दिखाते हुए सांप पकड़ने वाले शख्स को बुलाया और उन्हें बोतल में बंद करवाकर वन विभाग को सौंप दिया।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक स्कूल की रसोई में जो सांप मिले, वे रसेल वाइपर प्रजाति के थे जो कि दुनिया के सबसे जहरीले सांपों में से एक है। शनिवार (14 जुलाई) को स्कूल के एक अधिकारी ने स्कूल की रसोई से सांपों के निकलने और उन्हें पकड़े जाने की पुष्टि की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वाकया औरंगाबाद से करीब 225 किलोमीटर की दूरी पर मराठवाड़ा इलाके के स्कूल का है।

(फोटो सोर्स- एएनआई)

स्कूल के प्रधानाचार्य त्रियंबक भोसले ने मीडिया को बताया, ”कई सांपों को देखने बाद हम सब घबरा गए थे। कई गांववाले लाठियां और पत्थर लेकर सांपों को मारने के लिए दौड़े। सांप पकड़ने वाले एक शख्स विक्की दलाल को बुलाया गया था। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद उसने सांपों को पकड़ लिया और बोतल में बंद कर दिया।” स्कूल के एक प्रबंधक भीमराव बोखारे ने मीडिया को बताया कि सांपों को बाद में वन अधिकारी जेडी कचवे को सौंप दिया गया था।