मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के एक बयान को लेकर उनकी पार्टी पर पलटवार किया है। मंत्री ने कहा है, “अगर वो ऐसा कर सकते हैं तो राजस्थान में एक प्रयोग करें और सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बना दें। जो लोग दो साल में कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बना पाए वो मुख्यमंत्री बनाने की बातें कर रहे हैं।”

शिवराज के मंत्री की यह टिप्पणी राहुल के उस बयान पर आई है, जिसमें उन्होंने कहा था- अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में रहते तो मुख्यमंत्री बन सकते थे’ पर वह बीजेपी में बैकबेंचर बन गए।

सूत्रों के हवाले से समाचार एजेंसी ANI ने बताया कि राहुल ने कांग्रेस की युवा इकाई से बात करते वक्त संगठन की अहमियत को समझाते हुए कहा- अगर वह (सिंधिया) कांग्रेस में ठहरते तो सीएम बन जाते, जबकि वह बीजेपी में बैकबेंचर (पीछे की सीट पर बैठने वाले) बन गए हैं। उनके पास कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ काम करते हुए पार्टी को मजबूत करने का विकल्प था। मैंने उनसे कहा था कि वह एक दिन मुख्यमंत्री बनेंगे। पर उन्होंने दूसरा रास्ता चुना।

सूत्रों के हवाले से आगे यह भी बताया गया कि राहुल आगे बोले- लिख कर ले लीजिए। वह वहां दोबारा कभी सीएम नहीं बनेंगे। उन्हें इसके लिए (सीएम बनने के लिए) वापस ही आना (कांग्रेस में) पड़ेगा। राहुल ने इसके अलावा यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से कहा कि वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा से लड़ें और उन्हें किसी से डरने की जरूरत नहीं है।

हालांकि, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मसले पर एक टीवी इंटरव्यू के दौरान कहा- राहुल की ट्यूबलाइट बहुत देर से जलती है। बहुत दिन में उन्हें ध्यान आता है। आपने तो उन्हें (सिंधिया) किसी सीट पर बैठाया नहीं। किसी लायक समझा नहीं। वे कहते रहे, पर उनकी सुनी न गई। हमारे साथ आ गए, तो फिर वह कहां बैठे हैं, कौन सी सीट है…ये ध्यान आ गया है। बता दें कि सिंधिया ने पिछले साल मार्च में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वॉइन कर ली थी।