मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में दो मजदूरों की किस्मत रातों-रात बदल गई। नए साल के दो दिन पहले वे करोड़पति बन गए। दरअसल, दोनों मजदूर किराए पर खदान लेकर वहां से हीरा तलाशने का काम करते थे। करीब दो महीने पहले उन्हें एक बेशकीमती हीरा मिला था। इसे उन्होंने जिला हीरा कार्यालय में जमा करवा दिया। शुक्रवार (28 दिसंबर) को पन्ना में इस हीरे की नीलामी की गई जहां इसकी कीमत 2.55 करोड़ रुपये लगी। जिन दो मजदूरों की किस्मत रातों-रात बदली है, उनका नाम मोतिलाल और रघुवीर प्रजापति है।
टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को हीरे की नीलामी के दौरान झांसी के रहने वाले ज्वेलर ने बसपा नेता के साथ मिलकर 6 लाख प्रति कैरेट के हिसाब से सबसे अधिक बोली लगाई। पन्ना जिले के हीरा अधिकारी संतोष सिंह ने बताया, “हीरे 42.9 कैरेट का था। इस हिसाब से हीरे की कुल कीमत करीब 2.55 करोड़ हुई। बोली लगाने वाले ने कुल राशि का 20 प्रतिशत चेक के माध्यम से दिया और शेष राशि एक महीने में जमा की जाएगी जब हीरा सौंपा जाएगा। 12 प्रतिशत रॉयल्टी व अन्य टैक्स के बाद शेष राशि प्रजापति के खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।” हीरा खरीदने वाले बसपा नेता का नाम चरण सिंह है और झांसी के ज्वेलर का नाम राहुल जैन। चरण सिंह पन्ना से अगला लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जैन का सलाना टर्नओवर 300 से 400 करोड़ का है।
बता दें कि बीते 9 अक्टूबर को काफी वर्षों बाद खदान से 42.9 कैरेट का हीरा निकला। इससे पहले 44.55 कैरेट का हीरा पन्ना की खदान से वर्ष 1961 में निकला था। इस हीरे के एवज में दोनों मजदूरों को कुल 2.30 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। इस पैसे से अब वे अपने भविष्य की रूपरेखा तय करेंगे। मजदूरों का कहना है कि वे इस पैसे से अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देंगे ताकि उन्हें जो परेशानी झेलनी पड़ी, वह उनकी अगली पीढ़ी को न झेलनी पड़े। साथ ही अपने ऊपर के कर्ज को भी चुकता करेंगे।