केन्द्र और राज्य सरकारें लाख दावे करे कि उनके मातहत विभागों में भ्रष्टाचार के मामले कम हुए हैं पर हकीकत ठीक इससे उलट है। रेलवे तो भ्रष्टाचार का अहम केन्द्र है। आए दिन अक्सर रेलवे में खासकर ट्रेनों में टीटीई द्वारा अवैध वसूली की खबरें आती रहती हैं। ऐसा ही एक वाकया सामने आया है, जब इंदौर से बिलासपुर जा रही नर्मदा एक्सप्रेस में एक टीटीई यात्रियों से वसूली करता हुआ कैमरे में कैद हो गया।

मध्य प्रदेश के कटनी रुट से होते हुए इंदौर से बिलासपुर की ओर जाने वाली ट्रेन नंबर 18233 नर्मदा एक्सप्रेस में कटनी से उमरिया के बीच कोई भी रेल कर्मचारी टिकट पूछने नहीं आया। पर उमरिया स्टेशन पार करते ही इस ट्रेन के स्लीपर बोगी एस-6 में टीटीई विजय कुमार ने यात्रियों से टिकट मांगना शुरू कर दिया। कुछ यात्रियों के पास सामान्य श्रेणी का टिकट था, जिसे देखते ही वो आग बबूला हो गए। ट्रेन में सफर कर रहे एक परिवार के मुखिया को रेलवे का नियम-कानून का पाठ पढ़ाते हुए डांट-डपट कर चालान कर बड़ी कार्यवाही की धमकी टीटीई ने दी। भयभीत होकर यात्री मुन्ना ने बटुए में रखे अंतिम 50 रुपये किसी भी तरह की कानूनी कार्यवाही से बचने के लिए टीटीई को दे दिए।

दरअसल, टीटीई महोदय भी यही चाहते थे। उन्होंने चालान न काटकर पैसा अपनी जेब में डाल लिया। इसी दौरान मुन्ना की पत्नी टीटीई से उस 50 रुपये में से कुछ पैसा वापस देने की मिन्नत करने लगी। यह कहते हुए कि उनके पास इस पैसे के अलावा और कोई पैसा नहीं है लेकिन टीटीई महोदय ने एक न सुनी और पैसा लेकर आगे चल पड़े और सामान्य टिकट वाले अन्य यात्रियों को कार्यवाही की धमकी देते हुए जमकर पैसों की वसूली की।

इसी बीच यात्रियों में से किसी ने वसूली करते हुए टीटीई का वीडियो अपने मोबाइल में कैद कर लिया। जब मामले में टीटीई से बात की गई तो वो अपना बचाव करते हुए पैसा लेने से इनकार करते नजर आये जबकि कैमरे में कैद उनकी करतूत की तस्वीरें कुछ और ही बयां कर रही हैं। इस मामले पर बिलासपुर जोन के सीनियर डीसीएम से बात की गई तो उन्होंने बड़ी सहजता से मामले में कार्यवाही की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया।