मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी के मौके पर हुई हिंसा को लेकर असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर एमपी सीएम शिवराज सिंह चौहान ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि ओवैसी एक बार आकर देखें, मध्य प्रदेश में सब सुरक्षित हैं चाहे वो किसी भी धर्म या जाति से हों।

एमपी के खरगोन में रामनवमी के दौरान शोभायात्रा पर पथराव के आरोपियों के घरों पर जिला प्रशासन की तरफ से बुल्डोजर चला दिया गया, जिसके बाद सियासत गरमाई हुई है। इस कार्रवाई पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने राज्य सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जज-ज्यूरी और सब आप ही हैं क्या जो बिना किसी नोटिस के किसी का घर गिरा देंगे। उन्होंने शिवराज सरकार पर आरोप लगाया कि मुसलमानों को सामूहिक सजा दी जा रही है। वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “ओवैसी साहब वहीं से चिल्ला रहे हैं, मध्यप्रदेश में ये हो रहा है, वो हो रहा है, आके तो देख भैया। ये मेरा मध्य प्रदेश है, यहां सब सुरक्षित हैं। चाहे किसी भी जाति और धर्म के हों।”

ओवैसी ने बुल्डोजर एक्शन पर नाराजगी जताते हुए कहा कि कौन से कानून के आधार पर गरीब मुसलमानों का घर तोड़ा गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एमपी की भाजपा सरकार मुसलमानों को सामूहिक सजा दे रही है।

राज्य सरकार की मिलीभगत से होते हैं दंगे, ओवैसी का आरोप
ओवैसी ने दंगों के लिए राज्य सरकारों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा, “चुनाव आ रहे हैं इसलिए सरकार पॉलरेशन कराना चाहती है। ये तमाम हिंसा जितने प्रदेशों में हुई है, जिनमें पश्चिम बंगाल, राजस्थान और झारखंड भी शामिल हैं। ये सब सरकारें इस हिंसा में मिली हुई हैं। सरकारें नहीं चाहती तो ये नहीं होता, वे चाहती थीं इसलिए हुआ। अगर आप दंगों की इंक्वायरी कमीशन की रिपोर्ट पढ़ेंगे, तो पता चलेगा ये वही कहती हैं। बड़े-बड़े सिटिंग जजों की रिपोर्ट है कि राज्य मिला होता है हिंसा में तो दंगे होते हैं।

साथ ही ओवैसी ने अजान बनाम हनुमान चालीसा को लेकर चल रहे विवाद पर कहा कि भजन लगाईए कौन एतराज कर रहा है, लेकिन ये कहना मुल्ले काटे जाएंगे। मियां को रहना है तो ये करना होगा। टोपी वाले को ये करना पड़ेगा। इसका भजन से क्या ताल्लुक है।