मध्य प्रदेश के पंचायत चुनाव काफी दिलचस्प होते नजर आ रहे हैं। यहां एक ही परिवार के तीन उम्मीदवारों ने नामांकन भरा है, जिसके बाद मतदाताओं के सामने मुश्किल खड़ी हो गई है। दरअसल, भींड जिले की कल्याणपुरा ग्राम पंचायत में एक परिवार की देवरानी-जेठानी और बहू एक दूसरे को सरपंच के चुनाव में टक्कर दे रही हैं, ऐसे में मतदाताओं को यह समझ नहीं आ रहा कि वे आखिर वोट किसको दें।

जेठानी कमला बाई, देवरानी शीला बाई और बहू रचना बाई ने सरपंच चुनाव के लिए पर्चा भरा है। पंचायत चुनाव में जीतने के लिए तीनों पूरा जोर लगा रही हैं। अपने पक्ष में वोट करने के लिए ये तीनों गांव के मतदाताओं को मनाने में जुटी हैं।

पॉलिटिकल साइंस में एमए और बीएड पढ़ी हैं रचना
रचना बाई के पति रवींद्र सिंह ने कहा कि हमारी ताई जी और चाची दी चुनाव मैदान में हैं और इस बार मैंने भी अपनी पत्नी को मैदान में उतारा है। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता गांव में नाली बनवाना, लोगों को पानी मिले और हर रोज लोगों से मुलाकात करके तत्काल उनकी समस्याओं का निवारण करना है। उन्होंने बताया कि रचना बाई पॉलिटिकल साइंस में एमए और बीएड कर चुकी हैं। वे नौकरी के बजाय सामाजिक क्षेत्र में काम करना चाहती हैं, इसीलिए उन्होंने चुनाव मैदान में उतरने का फैसला किया है।

जेठानी-देवरानी के पति रह चुके हैं सरपंच
कमला के पति विक्रम सिंह और शीला के पति राधे श्याम सिंह पहले सरपंच रह चुके हैं, जिस वजह से उन्हें लोगों का काफी समर्थन है। रवींद्र सिंह पिछले सरपंच चुनावों में विक्रम सिंह और राधे श्याम सिंह के लिए प्रचार करते थे, लेकिन इस बार उन्होंने भी अपनी पत्नी को मैदान में उतार दिया है।

एक पति की तीन पत्नियां मैदान में
वहीं, सिंगरौली जिले की पीपरखाड़ ग्राम पंचायत में एक शख्स की तीन पत्नियां चुनाव लड़ रही हैं। यह शख्स ग्राम पंचायत का सचिव है, जिसे प्रशासन ने सस्पेंड कर दिया है। दरअसल, तीन पत्नियों की बात जब प्रशासन को पता चली तो, सचिव से 7 दिन के अंदर जवाब देने को कहा गया। सचिव जवाब देने के बजाय गांव से ही भाग गया, जिसके बाद सचिव को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।