मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार सुबह तीन मंत्रियों को शामिल कर अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। राज्य में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। शपथ ग्रहण समारोह सुबह 8:45 बजे आयोजित हुआ। जिन विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है, उसमें ब्राह्मण नेता और विंध्य क्षेत्र के रीवा से विधायक पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला और महाकोशल क्षेत्र के बालाघाट से विधायक और एमपी पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन तथा खरगापुर से विधायक राहुल लोधी के नाम शामिल हैं। भोपाल में राजभवन में राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने तीनों विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई।

मंत्रियों ने कहा- जनता का विकास है प्राथमिकता

मध्य प्रदेश के नवनियुक्त मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा, “हम निगरानी करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि सभी विकास कार्य और जन कल्याण योजनाएं नीचे तक पहुंचे…पार्टी के सभी अनुरोधों को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे…।” मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने कहा, ”हमारी प्राथमिकता राज्य का विकास और लोगों का कल्याण करना है।”

राहुल लोधी बोले- अच्छा प्रदर्शन करने के लिए डेढ़ महीने काफी है

मध्य प्रदेश के विधायक राहुल लोधी ने मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री पद की शपथ लेने के बाद कहा, “पार्टी ने हम पर जो भरोसा दिखाया है, उसके लिए हम बुंदेलखण्ड में जितना संभव होगा उतना करेंगे। अच्छा प्रदर्शन करने के लिए डेढ़ महीने काफी हैं। सीएम ने सही समय पर सही फैसला लिया है।” हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे… हमारी प्राथमिकता बुंदेलखंड को मजबूत करना और इसके विकास के लिए काम करना होगा। मैं 150 सीटें जीतने के पार्टी के लक्ष्य की दिशा में प्रयास करूंगा।”

लोधी भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती के भतीजे हैं। बिसेन (71) और लोधी (46) अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय से हैं, जो मध्य प्रदेश की आबादी का 45 प्रतिशत से अधिक है। शुक्ला के शामिल होने से विंध क्षेत्र से मंत्रियों की संख्या चार हो जाएगी जबकि बिसेन के आने से महाकौशल इलाके से दो तथा लोधी के शामिल होने से बुंदेलखंड से मंत्रियों की संख्या पांच हो जाएगी। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के छोटे भाई जालम सिंह और भाजपा एससी (अनुसूचित जाति) मोर्चा के अध्यक्ष लालसिंह आर्य के नाम भी चर्चा में थे लेकिन वे कैबिनेट में जगह नहीं बना सके।