मध्यप्रदेश के इंदौर से भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय के एक अधिकारी को क्रिकेट बैट से पीटने के मामले में प्रदेश भाजपा अनुशासनात्मक समिति के संयोजक बाबूसिंह रघुवंशी ने उनका बचाव किया था। रघुवंशी द्वारा आकाश का बचाव करना इसलिए भी दिलचस्प है क्योंकि पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि ऐसी घटनाएं बिलकुल बर्दाश्त नहीं की जाएंगी, भले ही वह किसी का भी बेटा क्यों न हो। पीएम ने यह भी संकेत दिए थे कि आकाश के जेल से छूटने पर उसका स्वागत करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है।

माना जा रहा था कि आकाश का मामला बीजेपी अनुशासनात्मक समिति के सामने जाएगा, लेकिन रघुवंशी ने खुद इस बात की पुष्टि की थी कि ऐसा नहीं हुआ। अब सामने आया है कि आकाश के समर्थन में आयोजित एक धरने में बाबूसिंह रघुवंशी भी शामिल हुए थे। रघुवंशी मध्य प्रदेश लघु उद्योग निगम के चेयरमैन भी रह चुके हैं। आकाश के समर्थन में आयोजित होने वाले धरने में वह प्रमुख वक्ता थे। वहां उन्होंने कहा था कि 33 वर्षीय विधायक को अफसरों ने कानून हाथ में लेने के लिए उकसाया था।

रघुवंशी से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने दावा किया कि धरना पहले से तय था। उनके मुताबिक, यह धरना ‘नगर निगम के कांग्रेसीकरण’ के खिलाफ आयोजित किया गया था। उनका कहना था कि धरने में कुछ नेताओं ने आकाश के मुद्दे पर बात की थी क्योंकि मामला दो दिन ही पुराना था। हालांकि, इंदौर के एक बीजेपी नेता ने रघुवंशी के दावे को खारिज करते हुए कहा कि धरने का मकसद अकाश का समर्थन करना था।

बता दें कि आकाश दिग्गज बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं। रघुवंशी ने आकाश का बचाव करते हुए कहा था कि उन्हें नहीं लगता कि पीएम का बयान खास तौर पर आकाश के लिए था। रघुवंशी ने कहा था, ‘मैं भी एक वकील हूं। जब किसी को उकसाया जाता है जैसा कि आकाश के साथ किया गया तो सजा अलग होती है।’ रघुवंशी ने यहां तक कहा, ‘क्या उन्होंने (पीएम) आकाश का नाम लिया? कुछ दूसरी घटनाएं (अनुशासनहीनता की) भी हुईं। शायद पीएम उन सभी का जिक्र कर रहे थे। क्या उनका कोई साउंड बाइट या वीडियो है जिसमें वह यह कहते हुए नजर आ रहे हैं, जैसा कि बताया गया है।’