मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क (KNP) में जन्मे चौथे चीता शावक की हालत स्थिर है। एक वन अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। कूनो नेशनल पार्क में पिछले दिनों में चीतों की मृत्यु के मामले बढ़े हैं। मंगलवार (23 मई) को एक नवजात चीता की मृत्यु हो गई थी। यह पिछले दो महीनों में मरने वाला चौथा चीता था।

कूनो पार्क के निदेशक उत्तम शर्मा ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘चौथे चीता शावक की हालत स्थिर है लेकिन किसी भी बीमार जानवर के जीवित रहने के बारे में बताना बहुत मुश्किल है। हम उसे बचाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं।’’ दरअसल, सितंबर 2022 में नामीबिया से कूनो लाई गई ज्वाला नाम की मादा चीता ने मार्च 2023 में चार शावकों को जन्म दिया था, जिनमें से तीन शावकों की तीन दिन पहले मौत हो चुकी है जबकि चौथे शावक का इलाज चल रहा है। ज्वाला को पहले सियाया नाम से जाना जाता था।

भीषण गर्मी के कारण हुई चीतों की मौत

वन विभाग के एक अन्य अधिकारी ने 23 मई को हुए इन तीन शावकों की मौत के लिए भीषण गर्मी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि 23 मई को जब इन तीन शावकों की मौत हुई तो वहां तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा था, जो उनके अनुकूल नहीं था। उन्होंने बताया कि नामीबिया में चीता बरसात के मौसम की शुरुआत में अपनी संतान को जन्म देते हैं जिसके बाद वहां सर्दियां होती हैं जबकि ज्वाला ने गर्मियों की शुरुआत में यहां चार शावकों को जन्म दिया। तापमान के लिहाज से यह मौसम शावकों के लिए अनुकूल नहीं था।

कूनो नेशनल पार्क में 23 मई को एक शावक की मौत की सूचना दी गई थी। दो शावकों की मौत भी उसी दिन दोपहर को हो गई थी लेकिन उनकी मौत की सूचना 25 मई को दी गयी। बृहस्पतिवार को जारी की गयी आधिकारिक प्रेस रिलीज के अनुसार, 23 मई को एक चीता शावक की मौत के बाद टीम ने मादा चीता ज्वाला और उसके बाकी तीन शावकों पर नजर रखी। रिलीज में बताया गया कि टीम ने 23 मई को पाया कि तीनों शावकों की हालत ठीक नहीं है और उनका इलाज करने का फैसला लिया गया। उस समय कूनो में दोपहर का तापमान 46- 47 डिग्री सेल्सियस के आसपास था।

तीन चीतों की हो चुकी है मौत

प्रेस रिलीज के मुताबिक, चीता शावक डिहाइड्रेटेड थे और इलाज के बावजूद शावकों को नहीं बचाया जा सका। फिलहाल चौथे शावक की हालत स्थिर है और उसका इलाज चल रहा है। नामीबियाई चीतों में से एक साशा की 27 मार्च 2023 को गुर्दे की बीमारी के कारण मौत हो गयी जबकि दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीते उदय की 13 अप्रैल को मौत हो गयी थी। वहीं, दक्षिण अफ्रीका से लाई गई मादा चीता दक्षा ने इस साल नौ मई को दम तोड़ दिया था।

तीन चीता शावकों के अलावा दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से लाए गए चीतों में से तीन की कूनो में मौत हो चुकी है। इन चीतों को पिछले साल सितंबर और इस साल फरवरी में नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाया गया था।