मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में एक हादसे में गाय की मौत होने के बाद किसान और उसके परिवार को गांव से बाहर निकालने का मामला सामने आया है। एक अंग्रेजी अखबार ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है। बता दें कि श्योपुर भोपाल से करीब 400 किमी की दूरी पर स्थित है। खबर के मुताबिक, गांव की पंचायत ने मंगलवार शाम को पप्पू प्रजापति (36) के परिवार को गांव से निकालने का फैसला किया। पंचायत सदस्यों की अगुआई गांव के सरपंच पंचम सिंह चौहान कर रहे थे। उन्होंने ऐलान किया कि परिवार को गांव में दोबारा तभी घुसने दिया जाएगा जब वे पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाएं, कन्या और ब्राह्मण भोज कराने के बाद बड़ी दावत दें और एक गाय दान करें।

हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक, सजा पाने वाले किसान प्रजापति ने बताया कि वह अपनी ट्रैक्टर-ट्रॉली को खड़ी कर रहे थे कि तभी पीछे जमीन पर बैठी गाय को धक्का लगा। इससे गाय की मौके पर ही मौत हो गई। गांववालों ने पंचायत बुलाई और इसे गोहत्या करार दिया। प्रजापति के मुताबिक, उसने पंचायत के सामने काफी मिन्नतें कीं, लेकिन कोई असर नहीं हुआ और उसे सजा सुना दी गई।

वहीं, पंचायत के एक सदस्य ओम प्रकाश गौतम ने कहा, ‘चूंकि प्रजापति गोहत्या के दोषी पाए गए हैं, इसलिए उन्हें और उनके परिवार को प्रायश्चित करके इस पाप से मुक्त होना होगा।’ सजा के बाद प्रजापति परिवार के साथ गंगा में डुबकी लगाने चले गए। उधर, श्योपुर के डिस्ट्रिक्ट अडिशनल कलेक्टर राजेंद्र राय ने कहा कि उन्हें इस विषय में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, अधिकारी ने आश्वासन दिया कि वह इस मामले को देखेंगे और जरूरी ऐक्शन लेंगे।