अगर आपने अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार और तुषार कपूर की पुलिसवालों पर बनी फिल्म खाकी देखी है तो शायद वो दृश्य आपको याद हो जिसमें एक पुलिस अफसर (तुषार कपूर) एक बेकाबू कार चालक को पकड़ता है तो वो उसे तुरंत पैसे निकालकर देता है। पुलिसवाले के नाराज होने पर कार ड्राइवर पैसे बढ़ाकर देता है। जब पुलिसवाला इस बात पर और भड़क जाता है तो कार ड्राइवर ट्रैफिक पुलिसवालों से मासूमियत के साथ पूछता है कि “उसने क्या गलती कर दी? 10 से 100 ही रेट है?” आम जनता के मन में पुलिसवाले की छवि को दर्शाता यही फिल्मी दृश्य मध्य प्रदेश के भिण्ड जिले में उस वक्त साक्षात हो गया जब एक 75 वर्षीय वृद्धा ने पुलिस एसपी को सबके सामने काम हो जाने पर “500-100 खर्चा पानी” देने की पेशकश कर दी।
महिला शांति देवी भिण्ड के एसपी अनिल कुशवाहा के पास फरियाद लेकर गई थीं कि उनके भतीजे पप्पू ने उसके आठ हजार रुपये ले लिए हैं और वापस नहीं कर रहा है। महिला ने फरियाद की दौरान ही एसपी कुशवाहा से पेशकश कर दी कि अगर पुलिस उसके पैसे वापस दिलवा देगी तो वो “खर्चा-पानी” देने के लिए भी तैयार है। एक गरीब और बूढ़ी महिला के मुंह से ऐसे बात सुनकर पुलिसवाले पहले तो अवाक हो गए लेकिन फिर उसकी लाचारी को समझते हुए उसे ढांढस बंधाया। महिला का प्रस्ताव सुनकर वहां मौजूद पुलिसवालों के साथ ही एसपी भी खुद को मुस्कराने से नहीं रोक सके।
एसपी कुशवाहा ने महिला को यकीन दिलाया कि अगर उसकी शिकायत सही हुई तो उसे पुलिस को पैसे नहीं देने होंगे। कुशवाहा ने महिला को कहा कि पुलिस को जनता की शिकायत पर कार्रवाई करने के लिए पैसे नहीं देने होते। महिला की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करते हुए कुशवाहा ने सिटी कोतवाली के टीआई को तत्काल मामले की जांच करके कार्रवाई करने का आदेश दिया। पुलिस एसपी ने महिला को भरोसा दिलाया कि पुलिस उसकी हर संभव मदद करेगी

