मध्यप्रदेश कांग्रेस इकाई के निवर्तमान अध्यक्ष अरुण यादव ने ऐलान किया है कि वह लोकसभा और विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे, उनका भविष्य पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी तय करेंगे। राहुल जो जिम्मेदारी देंगे, उस पर काम करने को तैयार हैं। राज्य की प्रदेश इकाई में बदलाव के बाद यादव ने गुरुवार को पार्टी दफ्तर में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कमलनाथ को पार्टी का अध्यक्ष बनाए जाने पर उन्हें बधाई दी और राहुल गांधी का आभार माना। उन्होंने कहा कि पार्टी ने साढ़े चार साल तक इस पद पर रहकर पार्टी के लिए काम करने का मौका दिया, जिसके लिए वह पार्टी हाईकमान के आभारी हैं।
यादव ने एक सवाल के जवाब में कहा कि वह अब विधानसभा या लोकसभा का चुनाव लड़ना नहीं चाहेंगे, 28 अप्रैल को उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात होगी। राहुल गांधी ही उनका भविष्य और जिम्मेदारी तय करेंगे। वह पार्टी के लिए काम करना चाहते हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कमलनाथ पार्टी के वरिष्ठतम नेता हैं, उनके अनुभव का पार्टी को लाभ मिलेगा और ज्योतिरादित्य सिंधिया को चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने से भी पार्टी फायदे में रहेगी। बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ को मध्य प्रदेश भेजने की खबरें काफी दिनों से चल रही थीं। हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश से जुड़े तमाम नेताओं से चर्चा की थी। इनमें दिग्विजय सिंह भी शामिल थे।
पार्टी के महासचिव अशोक गहलोत ने एक चिट्ठी जारी कर कमलनाथ के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनने की सूचना दी थी। कमलनाथ के पास इसके अलावा राजस्थान और हरियाणा का भी प्रभार है। गोवा में भी कांग्रेस पार्टी ने बड़ा फेरबदल किया है। गोवा में गिरीश चंडोकर को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। चुनावों के मद्देनजर और राज्यों में भी बदलाव देखने को मिल सकते हैं, ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं। ऐसे संकेत मिले हैं कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भी नेतृत्व परिवर्तन किया जा सकता है।