भारत में गुरुओं की जितनी इज्जत है उतना शायद ही दुनिया का किसी और देश में होगा। कबीरदास ने यहां तक कह दिया कि गुरु और गोविंद (ईश्वर) दोनों खड़े हों तो गुरु के चरण पहले छूने चाहिए क्योंकि वही गोविंद से परिचित कराते हैं। लेकिन ये बातें शायद किसी और युग की होगीं। आधुनिक युग में गुरु टीचर हो चुके हैं और कुछ तो क्लास में बच्चों को पढ़ाने के साथ ही उनसे अपनी गाड़ी भी धुलवा रहे हैं।
मामला मध्य प्रदेश के कटनी ब्लॉक का है। जिले की एक प्राथमिक पाठशाला में टीचर विजय तिवारी ने छात्रों को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “स्वच्छता अभियान” से जुड़े कार्यक्रम में भेजने से ज्यादा जरूरी समझा अपनी गाड़ी धुलवाना। जब गाड़ी धोते बच्चों की तस्वीरें सोशल मीडिया में आ गईं तो जिलाधिकारी जागे और जिला पंचायत सीईओ को टीचर को निलंबत करने का आदेश दिया।
कटनी के भनपुरा नंबर 2 के गांव में स्थित प्राथमिक पाठशाला के बच्चों को स्वच्छता कार्यक्रम से जुड़े एक कार्यक्रम में शामिल होना था। जब स्वच्छता प्रेरक प्राथमिक पाठशाला में बच्चों को लेने पहुंचे तो हेडमास्टर ने उनसे कहा कि बच्चे कार्यक्रम में नहीं जाएंगे। थोड़ी छानबीन में सामने आया कि जब हेडमास्टर बच्चों को स्वच्छता कार्यक्रम में नहीं भेजने की बात कह रहे थे उस समय स्कूल के बच्चे अपने टीचर विजय तिवारी की गाड़ी धो रहे थे।
जाहिर है हेडमास्टर के लिए अपनी गाड़ी की सफाई सबसे ज्यादा जरूरी थी और देश के भविष्य नौनिहालों को उन्होंने अपनी जरूरत पूरा करने में लगा रखा था। बहरहाल, जब ये मामला सामने आया तो जिलाधिकारी विशेष गढ़पाले ने इसे गंभीरता से लिया। गढ़पाले ने मामले पर तत्काल कार्रवाई का आदेश जारी किया। डीएम के जागते ही जिला पंचायत के सीईओ भी जागे और उन्होंने टीचर विजय तिवारी को निलंबित कर दिया।
