मध्य प्रदेश के एक जैन मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं से कहा है कि वो आठ साल से अधिक उम्र वाली लड़कियों को जींस, कैप्री पैंट जैसे छोटे कपड़ों में लेकर मंदिर न आएं। प्रदेश के उज्जैन ज़िले के खाराकुआं इलाके में स्थित श्री ऋषभ देव मंदिर ट्रस्ट ने कहा है कि लड़कियों और महिलाओं को “भारतीय संस्कृति के अनुरूप शालीन कपड़ों में सिर ढंककर” ही मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
मंदिर के नोटिस बोर्ड पर चिपकाई गई सूचना में सभी आगंतुकों से “अनुरोध” किया गया है कि वो आठ साल की अधिक उम्र की सभी लड़कियां मर्यादित कपड़ों में ही मंदिर लाएं। मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महेंद्र सिरोलिया ने रविवार को लड़कियों और महिलाओं के लिए ड्रेस कोड लगाए जाने की पुष्टि की।
पिछले कुछ समय से देश के विभिन्न हिस्सों में मंदिरों और मस्जिदों में महिलाओं के प्रवेश का मुद्दा सुर्खियों में रहा है। ऐसे कई मामले अदालत में भी पहुंचे। अलग-अलग फैसलों में विभिन्न अदालतों ने महाराष्ट्र के शनि शिगणापुर मंदिर, त्रयंबकेश्वर मंदिर और हाजी अली दरगाह और लखनऊ के ईदगाह ऐशगाह में महिलाओं के प्रवेश पर रोक या सीमित रोक को गैर-कानूनी करार दिया। इनमें से कुछ फैसलों को मंदिर या मस्जिद की देखरेख करने वाली संस्थाओं ने ऊपरी अदालतों में चुनौती दी है, जिनमें अंतिम फैसला आना बाकी है।
Read Also: दलित बच्ची को मंदिर में पानी पीने से पुजारी ने रोका, पिता पर किया त्रिशूल से हमला

