मध्य प्रदेश में भाजपा ने निकाय चुनावों में भारी जीत दर्ज की है। केंद्र और राज्य की सत्ता में बैठी भाजपा ने यहां पर हरदा, मांडू और अमरकंटक निकाय चुनाव एकतरफा अंदाज में जीत लिए हैं। हरदा निकाय चुनाव में भाजपा ने 35 में से 30 सीटों पर विजयी हासिल की। वहीं कांग्रेस केवल चार सीट पर सिमट गई। एक सीट निर्दलीयों के खाते में गई है। यहां पर नगरपालिका अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी ने कांग्रेस उम्मीदवार को 12 हजार से ज्यादा मतों से शिकस्त दी। वहीं धार जिले की मांडू में भी भाजपा को कामयाबी मिली है। यहां 15 में से 12 सीटें उसके खाते में गई है। कांग्रेस को केवल तीन सीटों से संतोष करना पड़ा। अनूपपुर जिले की अमरकंटक नगर परिषद भी भाजपा के पाले में गया है। यहां पर भाजपा के 11 उम्मीदवार विजयी हुए। कांग्रेस के तीन और एक निर्दलीय ने जीत दर्ज की है।
महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और चंडीगढ़ के बाद मध्य प्रदेश पांचवीं जगह है जहां नोटबंदी के बाद भाजपा ने चुनावों में जीत दर्ज की है। यहां यह बात उल्लेखनीय है कि जिन भी राज्यों में निकाय चुनाव हुए हैं वहां पर भाजपा की ही सरकारें हैं। इसी साल होने जा रहे पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा के लिए यह उत्साहजनक खबर है। पंजाब, गोवा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और मणिपुर में चुनावों की शुरुआत फरवरी से होने जा रही है। 11 मार्च को इन चुनावों के नतीजे आएंगे। पंजाब और गोवा में भाजपा सत्ता में है।
नोटबंदी के बाद यह पहले बड़े चुनाव है। भाजपा नोटबंदी और सर्जिकल स्ट्राइक को इन चुनावों में मुद्दा बना रही है। वहीं विपक्ष नोटबंदी से हुर्इ परेशानी को भुनाना चाहेगा। इन राज्यों के चुनाव नतीजे नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के आधे कार्यकाल पर जनमत की तरह होगा। उत्तर प्रदेश का चुनाव सबसे अहम होने जा रहा है। भाजपा के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल है। वह 14 साल से यहां पर सत्ता से बाहर है। साल 2014 में हुए लोकसभा चुनावों में भाजपा ने यहां पर 80 में से 71 सीटें जीती थी। उसके लिए इस प्रदर्शन को दोहराना बड़ा सवाल है।
