एम्स भोपाल में खराब सुविधाओं के खिलाफ छात्रों के प्रदर्शन के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा पर शनिवार यहां एम्स भवन से बाहर निकलते वक्त किसी व्यक्ति ने स्याही फेंक दी। स्याही एम्स के प्रवेशद्वार पर उस वक्त फेंकी गई जब वह कार पर बैठ कर वहां से रवाना हो रहे थे। बारिश और अफरातफरी के बीच मंत्री के वाहन को छात्र घेरे थे। अज्ञात व्यक्ति द्वारा फेंकी गई स्याही की कुछ बूंदें नड्डा के कुर्ते पर गिरीं। एम्स भोपाल के एमबीबीएस तृतीय वर्ष के एक छात्र ने बताया कि विद्यार्थी चिकित्सा महाविद्यालय में बुनियादी सुविधाओं की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। छात्र ने दावा किया कि इस दौरान मंत्री जेपी नड्डा के वाहन ने विद्यार्थियों के बीच से जबरन निकलने का प्रयास किया। इससे एमबीबीएम तृतीय वर्ष की दो छात्राएं इजिया पांडे और अंजलि कृष्णा घायल हो गईं।

केरल से ताल्लुक रखने वाले एक छात्र प्रेम ने बताया कि एम्स के किसी विद्यार्थी ने नड्डा पर स्याही नहीं फेंकी। उसने कहा कि छात्र एम्स में बुनियादी सुविधाओं की कमियों के प्रति शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे। एम्स में अब तक कोई सर्जरी नहीं हो सकी है। प्रेम ने कहा, ‘हम एम्स भोपाल में सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री से चर्चा करना चाहते थे क्योंकि यह संस्थान अपने स्तर के अनुरूप नहीं चल रहा है। यहां मरीजों के उपचार और चिकित्सा शिक्षा के लिए जरूरी न्यूनतम सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। एम्स भोपाल को स्थाई निदेशक भी नहीं मिला है।’

एम्स रायपुर के निदेशक एवं एम्स भोपाल के प्रभारी डॉ नीतिन नागरकर से कई बार कोशिश करने पर भी संपर्क नहीं हो सका। बहरहाल, एम्स के एक अधिकारी ने अपना नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया कि स्याही फेंकने वाले अज्ञात व्यक्ति के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। उन्होंने घायल हुई छात्राओं इजिया और अंजलि की स्थिति पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।