मध्य प्रदेश में मंत्री और पोहरी विधानसभा से विधायक सुरेश धाकड़ राठखेड़ा के रिश्तेदारों पर एक परिवार ने मारपीट का आरोप है। परिवार का कहना है कि 3 नवंबर को हुए उपचुनाव में बीजेपी को वोट न देने पर उनके रिश्तेदारों ने मारपीट की। पीड़ित परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। हालांकि पुलिस का कहना है कि शिकायत में वोट की बात कहीं नहीं की गई है। अडिशनल एसपी ने कहा कि पीड़ित परिवार ने एफआईआर दर्ज करवाई है। इसमें मारपीट की बात का जिक्र है। जांच की जा रही है।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि विधायक के रिश्तेदार उनपर बीजेपी का वोट देने का दबाव बना रहे थे लेकिन उन्होंने उपचुनाव में बीएसपी का समर्थन किया था। नौबत मारपीट की आ गई। परिवार का कहना है कि जब तक इंसाफ नहीं मिल जाता वे धरना देते रहेंगे। पीड़ित दलित परिवार ने यह भी आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत की गई थी जिसे वापस लेने का दबाव पुलिस बना रही थी। उनका कहना है कि बैराड़ थाने में तीन मामलों में शिकायत दर्ज कराई गई है।
सुरेश धाकड़ मध्य प्रदेश सरकार में लोक निर्माण विभाग के मंत्री हैं। वह पहले कांग्रेस में थे लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ पार्टी से बगावत करके बीजेपी में शामिल हो गए थे। उपचुनाव में उनकी ही जीत हुई है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि यह सब मंत्री सुरेश धाकड़ के इशारे पर ही हो रहा है। इस मामले में मंत्री की तरफ से कोई टिप्पणी अभी तक नहीं की गई है। दलित परिवार का आरोप है कि वोट न देने पर उनपर झूठा मुकदमा करवा दिया गया।
पीड़ित परिवार एसपी ऑफिस के बाहर ही बैठा है और उनका कहना है कि जब तक कार्रवाई नहीं होगी वे लोग ठंड में वहीं जमे रहेंगे। परिवार ने यह भी कहा है कि उन्हें डर है घर जाने पर फिर से उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाए। परिवार का कहना है कि लंबे समय से उन्हें परेशान किया जाता रहा है। बता दें कि 2018 में पहली बार चुनाव जीतकर सुरेश धाकड़ विधायक बने हैं। शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में उन्हें मंत्रिपद मिला।