मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में शनिवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर दीये जलाकर बड़ा रिकॉर्ड बनाया गया है। यहां 18.82 लाख मिट्टी के तेल के दीपक जलाकर एक नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया। इस कार्यक्रम में 20,000 वॉलंटियर शामिल हुए थे, जिन्होंने शिप्रा नदी के तट पर दीये जलाए। कहा जा रहा है कि 18 लाख से ज्यादा दीये जलाकर उज्जैन ने अयोध्या के दीपोत्सव को पीछे छोड़ दिया है। अयोध्या में दिवाली के मौके पर काफी सारे तेल के दीये जलाए जाते हैं।

पिछले साल दिवाली पर अयोध्या में जलाए गए थे 15.76 लाख दीये

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के निर्णायक स्वप्निल डांगरिकर ने कहा, तेल के दीयों के सबसे बड़े प्रदर्शन का पिछला विश्व रिकॉर्ड दिवाली 2022 के दौरान अयोध्या में बनाया गया था। अयोध्या में पिछले साल 15.76 लाख दीये जलाए गए थे।

स्थानीय प्रशासन और लोगों की मदद से किया गया कार्यक्रम का आयोजन

उन्होंने घोषणा की कि महाशिवरात्रि पर उज्जैन में शनिवार शाम को 18.82 लाख दीपक जलाकर अयोध्या के दीपोत्सव को पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि कम से कम 5 मिनट के लिए दीये जलाए जाने थे, जो यहां सफलतापूर्वक किया गया। कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय प्रशासन द्वारा नागरिकों की मदद से किया गया था।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी पत्नी भी कार्यक्रम में हुए शामिल

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इस कार्यक्रम में पहुंचे। इस दौरान उनकी पत्नी भी साथ में थीं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि इस अवसर पर कुल 18,82,229 दीप जलाए गए। कार्यक्रम में लेजर शो का भी मंचन किया गया था।

स्थानीय अधिकारियों ने शनिवार को महाशिवरात्रि के त्योहार को चिह्नित करने के लिए 21 लाख तेल के दीपक जलाने का लक्ष्य रखा था। हालांकि, वे 18.82 लाख दीये जलाने में सफल रहे। उज्जैन में पिछले साल महाशिवरात्रि पर 11,71,078 मिट्टी के दीये जलाए गए थे। शहर के अधिकारियों ने कहा कि शनिवार को पूरा कार्यक्रम जीरो वेस्ट के सिद्धांत पर आधारित था।