मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 72 दिनों बाद दूसरी बार अपनी कैबिनेट का विस्तार किया है। राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज ( गुरुवार, 2 जुलाई को) कुल 28 नए मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इनमें से 20 कैबिनेट मंत्री हैं जबकि आठ राज्यमंत्री हैं। मंत्री पद की शपथ लेने वालों में बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव, पूर्व मंत्री विजय शाह, यशोधरा राजे भी शामिल हैं।

शिवराज के नए मंत्रियों की लिस्ट में बीजेपी नेताओं से लेकर कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए नेताओं और सिंधिया के समर्थकों की लंबी लिस्ट है। पूर्व कांग्रेस नेताओं में बिसाहु लाल सिंह, ऐदल सिंह कासना भी शामिल हैं। सिंधिया के समर्थकों में इमरती देवी प्रभुराम चौधरी, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रद्युम्न सिंह तोमर भी मंत्री बनाए गए हैं।

शिवराज सिंह चौहान ने 11 सिंधिया समर्थकों के अलावा तीन अन्य पूर्व कांग्रसियों को भी मंत्री बनाया है। सिंधिया समर्थक तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को पहले ही यानी अप्रैल में ही शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री के तौर शामिल किया गया था।  इनके अलावा जगदीश देवड़ा, भूपेंद्र सिंह, बृजेंद्र प्रताप सिंह, विश्वास सारंग, प्रेम सिंह पटेल, ओमप्रकाश सकलेचा, उषा ठाकुर, अरविंद भदौरिया, डॉ. मोहन यादव, हरदीप सिंह डंग,  राजवर्धन सिंह प्रेमसिंह दत्तीगांव भी कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं।

इनके अलावा भरत सिंह कुशवाहा, इंदर सिंह परमार, रामखेलावन पटेल राम किशोर कांवरे, बृजेंद्र सिंह यादव, गिर्राज डन्डौतिया, सुरेश धाकड़ और ओपीएस भदौरिया राज्यमंत्री बनाए गए हैं।

ये हैं सिंधिया गुट के मंत्रीः  इमरती देवी और प्रद्युम्न सिंह तोमर ने भी शपथ ली।सिंधिया गुट के कुल 9 विधायकों ने शपथ ली। महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रभुराम चौधरी, राज्यवर्धन सिंह, ओपीएस भदौरिया, गिर्राज दंडोतिया, सुरेश धाकड़ और बृजेंद्र सिंह यादव। इसके अलावा तुलसीराम सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत पहले से कैबिनेट में शामिल हैं।