मध्य प्रदेश में सियासी उठापटक के बीच कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया गुरुवार को भोपाल पहुंचे। यहां उन्होंने पहली बार भाजपा कार्यालय में भाजपा नेता के तौर पर जनता को संबोधित किया। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उनके साथ थे। करीब 15 महीने पहले भी ऐसा मौका आया था, जब शिवराज सिंधिया के साथ एक ही मंच पर थे। हालांकि, तब सिंधिया कांग्रेस में थे और कमलनाथ उनके साथ थे। दोनों नेताओं ने साथ आ कर कांग्रेस और राज्य की कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा।
शिवराज सिंह चौहान ने इस मौके पर अपने पुराने चिर-परिचित अंदाज में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पर हमला बोला। उन्होंने कहा- “हम यह संकल्प करते हैं कि कमलनाथ जब तक तुम्हारे पाप की, अत्याचार की, अन्याय की, भ्रष्टाचार की और आतंक की लंका को जला कर राख नहीं कर देते हम चुप नहीं बैठेंगे।”
वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा नेता के तौर पर पहली बार भाषण में कहा, “आज मेरे लिए काफी भावुक करने वाला दिन है। मैं अपने आप को भाग्यशाली समझता हूं कि इस परिवार (भाजपा) ने मेरे लिए अपने दरवाजे खोले और मुझे प्रधानमंत्री मोदीजी, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा साहब और अमित भाई का आशीर्वाद मिला। यह मेरे लिए एक भावुक करने वाला दिन है, क्योंकि जिस संस्था और परिवार के लिए मैंने अपने 20 साल लगाए, जहां मैंने अपनी सारी मेहनत की, उसे पीछे छोड़कर मैं अपने आप को आप सबके हवाले कर रहा हूं।”
‘हम एक और एक दो नहीं, ग्यारह होने चाहिए’: सिंधिया ने कहा, “अगर प्रदेश में दो नेता हैं, जो अपनी कार में एसी न चलाएं, तो वो केवल शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं। मेरी आशा है कि आप एक हैं और हम एक हैं। एक और एक अगर मिल जाएं, तो दो नहीं ग्यारह होने चाहिए।”
