मध्य प्रदेश में कमल नाथ सरकार अपना एक और बड़ा वादा पूरा करने जा रही है। इस हफ्ते गुरुवार से पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश मिलना शुरू हो जाएगा। भोपाल पुलिस ने इसकी तैयारी कर ली है। साप्ताहिक अवकाश के लिए हर जिले के एसपी थाना चौकियों में तैनात पुलिसकर्मियों का रोस्टर तैयार करेंगे। यदि किसी पुलिसकर्मी को सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर किसी दिन छुट्टी नहीं मिल पाई तो उसे तय दिवस से दो दिनों के भीतर छुट्टी दी जाएगी। फिलहाल साप्ताहिक अवकाश की व्यवस्था सिर्फ थाना प्रभारियों और उनके अधीनस्थ कर्मचारियों के लिए रखी गई है। वहीं एसएएफ (राज्य सशस्त्र पुलिस बल) में आरक्षक से इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारियों को मिलेगा।
निरस्त करने का अधिकार केवल एसपी कोः गुरुवार को पहले दिन भोपाल में आठ इंस्पेक्टर समेत करीब 450 पुलिसकर्मी छुट्टी पर रहेंगे। इनमें जिले के थानों में पदस्थ 350 और बटालियन से अटैच 100 पुलिसकर्मी शामिल हैं। इनकी अनुपस्थिति में पुलिस लाइन और कंट्रोल रूम के रिजर्व बल का इस्तेमाल किया जाएगा। टीआई के साप्ताहिक अवकाश के दिन सीनियर सब इंस्पेक्टर को थाना प्रभारी माना जाएगा। साप्ताहिक अवकाश निरस्त करने का अधिकार केवल पुलिस अधीक्षक के पास रहेगा। उन्हें भी डीआईजी या आईजी को इसकी वजह बतानी पड़ सकती है।
…इन लोगों को नहीं मिलेगी छुट्टीः फिलहाल साप्ताहिक अवकाश का लाभ पुलिस महानिरीक्षक, उप पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक कार्यालय और ऑफिस स्टाफ में पदस्थ को नहीं मिलेगा। एसएएफ में भी वरिष्ठ अधिकारियों के कार्यालय में पदस्थ कर्मियों को भी इसका लाभ नहीं मिलेगा। फिलहाल थाने में तैनात पुलिसकर्मियों की संख्या जरूरत से बेहद कम है। ऐसे में साप्ताहिक अवकाश की व्यवस्था से चुनौती बनी रहेगी। माना जा रहा है अवकाश देने पर बाकी कर्मचारियों को अतिरिक्त काम करना पड़ेगा। हालांकि अफसरों का कहना है कि पुलिस लाइन और कंट्रोल रूम में काफी रिजर्व बल होता है, इसलिए कहीं कोई दिक्कत नहीं होगी। अवकाश सभी को दिया जाएगा।